Jharkhand Drought Update: दूसरी बार सूखा घोषित होने का इंतजार कर रहे झारखंड के किसान, हल्की बारिश ने बढ़ाई उम्मीदें

Jharkhand Drought Update: दूसरी बार सूखा घोषित होने का इंतजार कर रहे झारखंड के किसान, हल्की बारिश ने बढ़ाई उम्मीदें

जिन किसानों के खेत नदी के किनारे थे उन किसानों ने किसी तरह से सिंचाई करके धान की रोपाई की है. मेरा खेत भी नदी के किनारे हैं इसका फायदा मुझे हुआ औऱ मैने सिंचाई करके धान की रोपाई की है.

बारिश की कमी के कारण सूखे खेत         फोटोः किसान तकबारिश की कमी के कारण सूखे खेत फोटोः किसान तक
पवन कुमार
  • Ranchi,
  • Sep 12, 2023,
  • Updated Sep 12, 2023, 10:15 PM IST

झारखंड में इस बार भी सूखा ही रह गया. हालांकि सितंबर के महीने में राज्य के कई जिलों में थोड़ी अच्छी बारिश हुई पर वह भी नाकाफी साबित हो रही है. क्योंकि सूखे का समय अधिक हो जा रहा है इसके कारण कुएं और तालाब में पानी जमा नहीं हो पा रहा है. इस बारिश से बहुत फायदा तो नहीं हो रहा है पर उन किसानों के चेहरे पर थोड़ी सी खुशी जरूर है जिन्होंने किसी तरह सिंचाई करके धान की रोपाई की है. उन्हें उम्मीद लग रही है कि किसी तरह अगर बारिश इस तरह भी हो जाती है तो साल भर खाने के लिए धान की व्यवस्था हो जाएगी. क्योंकि किसानों को अभी से ही लग रहा है कि वो रबी फसल की खेती कैसे कर पाएंगे. क्योंकि कुएं और तालाब में अभी भी पानी नहीं भरा है.

खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड के किसान विल्सन पूर्ति ने बताया की इस बार भी खूंटी जिले की स्थिति अच्छी  नहीं है. जिन किसानों के खेत नदी के किनारे थे उन किसानों ने किसी तरह से सिंचाई करके धान की रोपाई की है. मेरा खेत भी नदी के किनारे हैं इसका फायदा मुझे हुआ औऱ मैने सिंचाई करके धान की रोपाई की है. इसके बाद बीच बीच में हल्के और मध्यम दर्जे की बारिश हो रही है इसके घान के खेत में पानी आ रहा है तो अब लगरहा है कि मेहनत बेकार नहीं जाएगी. हालांकि इस बार बहुत ऐसे किसान हैं जिन्होंने खेती की नही है. वो रबी फसल की खेती करने का इंतजार कर रहे हैं. 

सूखा घोषित होने का इंतजार कर रहे किसान

वहीं रांची जिले के मांडर प्रखंड के किसान गंदूरा उरांव बताते हैं कि किसी तरह से धान तो लगा दिए पर पानी का अभी भी वहीं हाल है. बारिश बिल्कुल ना के बराबर है. इसलिए इस बार धान की खेती में नुकसान होने की आशंका नजर आ रही है. गांव में इस बार खेती बहुत कम हुई है. किसानों के पास अब खेती करने के लिए भी पैसे नहीं है. किसानों को अब इंतजार है कि कब तक राज्य सरकार की तरफ से सूखा घोषित किया जाएगा और किसानों के लिए किसी प्रकार की राहत का एलान किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि इस बार राज्य में निर्धारित धान की खेती का लक्ष्य का 50 फीसदी आच्छादन भी पूरा नहीं हो पाया है. जूबकि राज्य में 12सितंबर तक बारिश के विचलन की दर 34 फीसदी है. 

रबी फसल के आच्छादन पर जोर

इधर रांची में उपायुक्त ने विभिन्न विभागों के जिलाधिकारियों के साथ बैठत की. बैठक में वर्षापात  फसल अच्छादन की स्थिती पर समीक्षा करते हुए फसल को रबी फसल से आच्छादित करने का निर्देश दिया गया. झारखंड कृषि ऋण माफी योजना एवं प्रधानमंत्री किसान योजना में बचे हुए किसानों का ई-केवाईसी कराने का निर्देश सभी संबंधित अधिकारी को दिया गया. रांची उपायुक्त ने खरीफ फसल अनाच्छादि क्षेत्र को रबी फसल हेतु आच्छादित करने का निर्देश भी संबंधित सभी अधिकारियों को दिया है. 


 

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