देश में खरीफ फसलों की कटाई शुरू हो चुकी है. इसके साथ ही कई राज्यों में धान की खरीद करने के लिए भी अधिकारियों ने तैयारी पूरी कर ली है. हालांकि धान की खरीदी में लापरवाही से जुड़ी शिकायतें हर साल सामने आती हैं. इस बार भी ऐसा ही हुआ. हरियाणा के किसानों का आरोप है कि जिस तारीख को धान खरीद की बात कही गई, उस तारीख को धान खरीद शुरू नहीं हुई. इसे लेकर किसानों ने धान के उठाव और खरीद में समस्या को लेकर धरना दिया. ताजा मामला हरियाणा शाहबाद का है जहां आज यानी गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी की अगुवाई में किसानों ने प्रदर्शन किया और करीब 3 घंटे तक जीटी रोड जाम रखा.
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने 'किसान तक' से खास बातचीत करते हुए बताया कि खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों और राइस मिलर्स की मिलीभगत के कारण धान की खरीदी में अनियमितता देखने को मिली है. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से 22 सितंबर से धान खरीदी की बात कही गई थी लेकिन उस पर काम नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि शेल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए अधिकारियों की ओर से जानबूझकर देरी की जा रही है. इन तमाम शिकायतों को लेकर आज करीब 500 किसानों के साथ GT Road को लगभग 03 घंटे तक जाम रखा गया.
किसान नेता चढ़ूनी ने बताया कि धान खरीद को लेकर आंदोलन और रोड जाम करने के बाद SDM मौके पर पहुंचे और समस्याओं के निराकरण को लेकर आश्वासन दिया. इसके बाद धान की खरीदी और उठान का काम शुरू हो गया. उन्होंने आगे बताया कि आज करीब 1 लाख क्विंटल धान खरीद केंद्र पर पहुंचा था जिसमें से लगभग 70 हजार क्विंटल धान की खरीदी और उठाव का काम हुआ. साथ ही प्रशासन की ओर से धान की खरीद में तेजी लाने का आश्वासन दिया गया. चढ़ूनी ने कहा कि अगर फिर खरीद और उठाव में गड़बड़ी हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बताया कि SDM की मौजूदगी के अलावा DG से भी फोन पर बातचीत हुई है. उन्होंने धान की बेहतर खरीदी और किसानों की समस्याओं को सुलझाने का आश्वासन दिया है. इसके अलावा उन्होंने सभी जिम्मेदार अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात का भी आश्वासन दिया है.
इससे पहले भी चढ़ूनी ने धान और बाजरा की खरीद को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. उनका आरोप है कि धान की नियमित खरीदारी और उठान नहीं हो रहा है जिससे किसानों को परेशानी हो रही है. इसके अलावा उन्होंने बाजरे के एमएसपी को लेकर भी सवाल उठाया और कहा कि किसानों को उपज का कम दाम मिल रहा है.