Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड में विधानसभा चुनावों का ऐलान अगले महीने हो सकता है. मुख्य निर्वाचन आयोग के पदाधिकारी ने कहा है कि राज्य में विधानसभा चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए आयोग पूरी तरह से तैयार है. जिला स्तर पर भी चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की टीम जल्द ही राज्य में चुनाव से संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए आएगी. इस बात की पूरी संभावना है कि महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ झारखंड में भी चुनाव कराने की घोषणा की जा सकती है. हालांकि त्योहारों को देखते हुए ही तारीखों पर फैसला किया जाएगा. इस बीच राज्य की सभी पार्टियां एक्टिव मोड में आ गई हैं.
सभी पार्टियां अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीति बनाने में और जोड़ तोड़ करने में जुट गई हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी राज्य में जीत हासिल करने के लिए पूरा दमखम लगा रही है. झारखंड में इस बार जीत हासिल करने के लिए बीजेपी यहां नया दांव खेल सकती है. आम तौर पर चुनाव से पहले बीजेपी मुख्यमंत्री के चेहरा सामने नहीं लाती है. पर इस बार कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी चुनाव से पहले ही मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर सकती है. उसी चेहरे के दम पर चुनाव लड़ सकती है क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार नई घोषणाएं कर रहे हैं. इसे देखते हुए बीजेपी उनके खिलाफ एक मजबूत आदिवासी चेहरे को खड़ा करने पर विचार कर रही है. पार्टी सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार झारखंड में आयोजित पीएम मोदी की सभा में सीएम के नाम का ऐलान हो सकता है.
ये भी पढ़ेंः झारखंड चुनाव के लिए बड़ी रेस में BJP, रांची सीट पर दावा ठोक सकते हैं कई पुराने नेता
वहीं झारखंड कांग्रेस नेताओं की एक बड़ी बैठक दिल्ली में आयोजित की गई है. इस बैठक में प्रभारियों के अलावा वे नेता भी शामिल हुए हैं जो चुनाव लड़ना चाह रहे हैं. लोकसभा चुनाव के परिणामों से उत्साहित कांग्रेस झारखंड में इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है. पर इस बार यह कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी झारखंड में पहले से अधिक सीटों की मांग कर सकती है क्योंकि पोड़ेयाहाट से प्रदीप यादव और मांडू से विधायक जय प्रकाश भाई पटेल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. ऐसे में कांग्रेस इन दो सीटों पर दावेदारी कर सकती है. इसलिए इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर भी किचकिच हो सकती है. कांग्रेस की दिल्ली में आयोजित बैठक में इस पर भी चर्चा हुई है.
ये भी पढ़ेंः Jammu Kashmir Election: मैं चुनाव लड़ने जा रहा हूं क्योंकि मैं मरा नहीं हूं...फारूक अब्दुल्ला का ऐलान
इधर बीजेपी इस बार गठबंधन को चुनाव से पहले झटका देने की तैयारियों में जुटी हुई है. पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता इस काम में लगे हुए हैं. लोकसभा चुनाव से पहले जिस तरह बीजेपी ने कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बड़े नेताओं को अपने पाले में किया था, उसी तरह की तैयारी फिर चल रही है. बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले कोल्हान की बड़ी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गीता कोड़ा और सोरेन परिवार की बहु सीता सोरेन बीजेपी में शामिल हुई थीं. हालांकि लोकसभा चुनावों में पार्टी को इसका लाभ नहीं मिला पर विधानसभा में इसका लाभ मिलने की उम्मीद है. अब विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और भी नेताओं को अपने पाले में करने की तैयारी में है जिसमें चंपाई सोरेन का नाम भी शामिल है.