मुर्गीपालन में 'सब अंदर सब बाहर' तकनीक क्या है, इसके बड़े फायदे क्या हैं?

मुर्गीपालन में 'सब अंदर सब बाहर' तकनीक क्या है, इसके बड़े फायदे क्या हैं?

देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मुर्गी पालन का व्यवसाय तेजी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में कई पशुपालक अलग-अलग तकनीक को अपनाकर मुर्गी पालन करते हैं. ऐसी ही एक तकनीक है सब अंदर सब बाहर. आइए इस तकनीक के बारे में जान लेते हैं.

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संदीप कुमार
  • Noida,
  • May 08, 2025,
  • Updated May 08, 2025, 7:07 PM IST

देश में मुर्गी पालन धीरे-धीरे बिजनेस का रूप लेते जा रहा है, क्योंकि अब गांव में किसान प्रोफेशनल तरीके से मुर्गी पालन कर रहे हैं. इससे उनकी अच्छी कमाई हो रही है. लेकिन कई बार कम जानकारी के अभाव में मुर्गी पालकों को आर्थिक नुकसान का सामना भी करना पड़ता है. ऐसे में कई बार किसान मुर्गियों का पालन कई अलग-अलग तकनीक को अपनाकर करते हैं. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि मुर्गीपालन में 'सब अंदर सब बाहर' तकनीक क्या है? वहीं, इस तकनीक के फायदे क्या हैं, आइए जानते हैं.

क्या है सब अंदर सब बाहर तकनीक

मुर्गीपालन में 'सब अंदर सब बाहर' (All-In All-Out) तकनीक एक ऐसा तरीका है जिसमें मुर्गी फार्म में एक समय पर केवल एक ही बैच की मुर्गियां रखी जाती हैं. इन मुर्गियों को एक ही बैच में फार्म में लाया जाता है, पाला जाता है और फिर एक साथ ही फार्म से निकाल दिया जाता है. अब ये भी जान लीजिए कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है? तो बता दें कि ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि कोई भी रोग अगर एक बैच की मुर्गी यानी चूजे में आ जाए तो वो दूसरे बैच वाले चूजे में नहीं फैलेगा क्योंकि मुर्गियों के पूरे समूह को एक साथ बेच दिया जाता है या बाहर कर दिया जाता है.

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क्या है इस तकनीक के मुख्य फायदे

'सब अंदर सब बाहर' तकनीक से बीमारियों को फैलने से रोकने में मदद मिलती है क्योंकि एक बैच के जाने के बाद फार्म को साफ और स्वच्छ किया जा सकता है, जिससे अगली बैच की मुर्गियों को बीमारियों से बचाया जा सकता है. इसके अलावा यह तकनीक उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करती है, क्योंकि फार्म में एक ही समय पर एक ही बैच की मुर्गियां होती हैं, जिससे प्रबंधन और देखभाल करना आसान हो जाता है. वहीं, इस तकनीक को अपनाने पर फार्म में स्वच्छता बनाए रखने में मदद मिलती है, क्योंकि प्रत्येक बैच के बाद फार्म को साफ और कीटाणु मुक्त किया जाता है.

कैसे काम करती है यह तकनीक?

1. 'सब अंदर सब बाहर' तकनीक के तहत, एक ही समय पर एक ही बैच की मुर्गियां फार्म में लाई जाती हैं. ये मुर्गियां एक ही जगह से आती हैं और एक ही उम्र और विकास स्तर की होती है, जिसके बाद इन्हें एक ही साथ बेच दिया जाता है.
2. इन मुर्गियों को एक साथ पाला जाता है और उनकी देखभाल भी की जाती है.
3. जब ये मुर्गियां पूरी तरह से विकसित हो जाती हैं, तो उन्हें एक साथ फार्म से निकाल दिया जाता है.
4. मुर्गियों के जाने के बाद, फार्म को पूरी तरह से साफ और कीटाणु मुक्त किया जाता है. इससे फार्म में अगली बैच की मुर्गियों को बीमारियों से बचाया जा सकता है.
5. 'सब अंदर सब बाहर' तकनीक मुर्गीपालन में एक बेहतर तरीका है जो बीमारियों को फैलने से रोकती है, उत्पादन क्षमता को बढ़ाती है और फार्म में स्वच्छता बनाए रखने में मदद करती है.

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