Animal Care: गाय-भैंस पालते हैं तो बाड़े में जरूर रखें ये दवाई, सर्दियों में बहुत होती है ये परेशानी 

Animal Care: गाय-भैंस पालते हैं तो बाड़े में जरूर रखें ये दवाई, सर्दियों में बहुत होती है ये परेशानी 

Animal Care in Winter एनिमल एक्सपर्ट के मुताबिक सर्दियों में होने वाली अफरा परेशानी की बड़ी वजह ओस की बूंदों में भीगा हरा चारा होता है. साथ ही इस मौसम में चारे में नमी भी ज्यादा होती है. इसी वजह है से पशु का पेट खराब हो जाता है. पशु के पेट में कार्बन-डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन-सल्फाइड, नाइट्रोजन और अमोनिया आदि गैस बनने लगती हैं.  

ज्वार का चाराज्वार का चारा
नासि‍र हुसैन
  • Oct 30, 2025,
  • Updated Oct 30, 2025, 10:03 AM IST

Animal Care in Winter ऐसा नहीं है कि पशुओं को संक्रमण के चलते ही कोई बीमारी होती है. कुछ बीमारी मौसमी भी होती हैं. जैसे खासतौर से गर्मियों और बरसात में होने वाली बीमारी. लेकिन आपको शायद यकीन न हो, लेकिन खानपान के चलते भी पशुओं को कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं. जैसे खासतौर पर बरसात और सर्दियों के दौरान हरे चारे से होने वाली पेट की परेशानी. कई बार ये परेशानी इतनी बड़ी हो जाती है कि पशुओं की जान पर बन आती है. उनका उत्पादन भी घट जाता है. लेकिन इस परेशानी का शुरुआती दौर में बहुत ही आसान घरेलू उपाय भी है. 

यही वजह है कि एनिमल एक्सपर्ट सर्दियों के मौसम में भी पशुओं के बाड़े में घर की रसोई से जुड़ी कुछ चीजें रखने की सलाह देते हैं. क्योंकि जैसे ही पशु को पेट संबंधी अफरा परेशानी हो तो वैसे ही उसका घरेलू उपचार कर लिया जाए. अफरा में पशु का पेट फूल जाता है और जो भी उसने खाया है वो हजम नहीं होता है. गैस भी पास नहीं होती है.  

पशुओं को हरा चारा थोड़ा सुखाकर ही खि‍लाएं 

एनिमल न्यूट्रीशन एक्सपर्ट डॉ. दिनेश भोंसले ने बताया कि बरसात और सर्दियों के दौरान हरे चारे में नमी की मात्रा बढ़ जाती है. अब पशु जब इस चारे को खाता है तो उसे अफरा, डायरिया समेत पेट संबंधी और भी कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं. अब इस तरह की परेशानी से बचने के लिए पशुपालकों को करना ये चाहिए कि जब पशु को हरा चारा खाने में दें तो उसे कुछ देर सुखा लें. इतना ही नहीं जब भी हरा चारा खि‍लाएं तो उसके साथ सूखा चारा भी मिला लें. ऐसा करने के चलते चारे में मौजूद नमी की मात्रा कंट्रोल हो सकेगी. क्योंकि चारा खाने के बाद पशु पानी भी पीता है तो उसके शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है. और इसी वजह से पशु के दूध की क्वालिटी भी खराब हो जाती है. इसके साथ पशु के हरा और सूखा चारा खि‍लाने के साथ-साथ हम उसे मिनरल्स भी खाने में दें. 

पेट फूलने लगे और गैस पास न हो तो ऐसे करें इलाज 

गाय-भैंस अफरा से पीडि़त हो, पेट फूल रहा हो और गैस पास नहीं हो रही हो तो फौरन ही घर पर इलाज शुरू कर सकते हैं. इलाज की ज्यादातर चीजें भी घर में ही मिल जाती हैं. इलाज के साथ ही पशु के पेट की बायीं और पेड़ू के पास अच्छी तरह से मालिश करनी चाहिए. वहीं पशु को ऐसे स्थान पर बांधें जहां उसका गर्दन वाला धड़ ऊंचाई पर हो.

टिंचर हींग - 15 मि.ली
स्पिरिट अमोनिया एरोमैटिक्स - 15 मिली
तेल तारपीन - 40 मिलीलीटर
अलसी का तेल - 500 मि.ली
इन सबको मिलाकर भी अफरा पीडि़त पशु को देने से उसे राहत मिलती है. 

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