Animal Care: जून में पशुओं की देखभाल संग भूसा-हरा चारा और पानी का ये है संबंध, जानें डिटेल 

Animal Care: जून में पशुओं की देखभाल संग भूसा-हरा चारा और पानी का ये है संबंध, जानें डिटेल 

Animal Care in Summer एनीमल एक्सपर्ट के मुताबिक गर्मी के मौसम में पशुओं के लिए साफ और ताजा पानी पीना बहुत जरूरी है. पानी ना पीने पर कई तरह की परेशानी हो सकती है. पशुओं के कई ऐसे लक्षण हैं जो शरीर में पानी की कमी को बताते हैं. लेकिन पीने के पानी का ख्याल रखा जाए तो पशु को बीमार होने और उत्पादन कम होने के नुकसान से बचा जा सकता है. 

गर्मियों में पशुओं को लू से कैसे बचाएं?गर्मियों में पशुओं को लू से कैसे बचाएं?
नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Jun 06, 2025,
  • Updated Jun 06, 2025, 12:23 PM IST

Animal Care in Summer मई-जून दो ऐसे महीने होते हैं जब गर्मी अपने चरम पर होती है. ऐसे में खासतौर से दुधारू पशुओं को बहुत ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है. इतना ही नहीं सूखा और हरा चारा कैसे और कब खि‍लाया जाए, पिलाने और नहलाने के लिए पानी का इस्तेमाल कैसे करें, इसका भी ख्याल रखना बहुत जरूरी हो जाता है. मई गुजर चुकी है और जून चल रहा है, इसलिए अभी भी बहुत ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है. क्योंकि पीने के पानी और रखरखाव में होने वाली छोटी सी गलती भी भारी पड़ जाती है. और यही वो मौका है जब पशु हीट स्ट्रोक और हीट स्ट्रेस की चपेट में आता है. एक तो तेज गर्मी के चलते पशु तनाव में आ जाता है. 

हीट स्ट्रोक के चलते कई तरह की बीमारियां भी घेर लेती हैं. इसके चलते उत्पादन की लागत भी बढ़ जाती है. पशुओं के पीने के पानी का बहुत ख्याल रखना चाहिए. हरा चारा भी पानी की कमी को पूरा करता है. इस दौरान पशुओं को पानी पिलाने और सुबह-शाम नहलाने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, वर्ना पशु हीट स्ट्रेस और हीट स्ट्रोक की चपेट में आ सकता है. 

पानी, तूड़ी और हरे चारे का ऐसे रखें ख्याल 

  • पशुओं को सूखी तूड़ी 30 और हरा चारा 70 फीसद तक खिलाएं. 
  • पशुओं को ताजा तूड़ी खिलाने से पहले उसे भिगो लें. 
  • शाम को भिगोकर रखी गई तूड़ी पशुओं को सुबह ही खिलाएं. 
  • पशु के सामने हमेशा नमक की ढेली रखें, इसे चाटने से प्यास लगती है. 
  • पशुओं को दोपहर के वक्त छायादार जगह पर बांधना चाहिए. 
  • पानी की कमी होने पर पशु को नमक-चीनी का घोल पिलाएं. 
  • पशुओं को बार-बार पानी दिखाते रहें, फिर वो चाहें पीएं या नहीं. 
  • जहां तक मुमकिन हो पशुओं को ताजा और ठंडा पानी ही पिलाएं.
  • पशुओं के शरीर पर दिन में कम से कम तीन बार पानी छिड़कें. 
  • गर्मियों में पशुओं को सुबह-शाम नहलाना बहुत जरूरी है. 
  • जहां पशु बांधे जाते हैं वहां भी पानी का छिड़काव करें. 

पशुओं में ऐसे पहचानें पानी की कमी 

जब पशुओं में पानी की कमी हो जाती है तो कई तरह के लक्षण से इसे पहचाना जा सकता है. जैसे पशुओं को भूख नहीं लगती है. सुस्ती और कमजोर हो जाना. पेशाव गाढ़ा होना, वजन कम होना, आंखें सूख जाती हैं, चमड़ी सूखी और खुरदरी हो जाती है और पशुओं का दूध उत्पादन भी कम हो जाता है. और सबसे बड़ी पहचान ये है कि जब हम पशु की चमढ़ी को उंगलियों से पकड़कर ऊपर उठाते हैं तो वो थोड़ी देर से अपनी जगह पर वापस आती है.

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