पशुओं से दूध उत्पादन अच्छा प्राप्त करने के लिए हरे चारे और पशु आहार की आवश्यकता होती है. लेकिन हरा चारा हमेशा उपलब्ध नहीं होता और पशु आहार महंगा होने के कारण हर किसान इसका उपयोग नहीं कर पाते हैं. जिस वजह से दूध उत्पादन में गिरावट देखि जाती है. वहीं धान का भूसा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. लेकिन यह बहुत कठोर, स्वादहीन, अपचनीय और कम प्रोटीन वाला होता है. इसमें ऑक्सालेट भी अधिक मात्रा में होता है. जो शरीर में कैल्शियम के साथ मिलकर कैल्शियम ऑक्सालेट बनाता है और शरीर से बाहर निकल जाता है, जिससे पशुओं में कैल्शियम की कमी हो जाती है और पशु कई बीमारियों से ग्रसित हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि इसे उपचारित कर पशुओं को खिलाया जाए. आइए जानते हैं क्या है चारा को उपचारित करने कि विधि.
उपचार से पैरा यानी चारे की पौष्टिकता बढ़ती है और चारा मुलायम, स्वादिष्ट के साथ प्रोटीन से भरपूर हो जाता है. इतना ही नहीं चारे में ऑक्सलेट की मात्रा भी कम हो जाती है.
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