Green Fodder: मिनरल मिक्चर की भरपाई को दे सकते हैं दलहनी चारा, लेकिन रखना होगा ये खास ख्याल 

Green Fodder: मिनरल मिक्चर की भरपाई को दे सकते हैं दलहनी चारा, लेकिन रखना होगा ये खास ख्याल 

मिनरल मिक्चर की कमी होने पर दलहनी हरा चारा खि‍ला सकते हैं. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि लेकिन हरे चारे के साथ सूखा चारा मिलाकर खिलाएं, नहीं तो अफरा हो सकता है. क्योंकि सीधे और ज्यादा दलहनी चारा खि‍लाने से पशु बीमार हो सकता है और उसका दूध उत्पादन भी घट सकता है. 

पशुपालन से ऐसे उठाएं लाभपशुपालन से ऐसे उठाएं लाभ
नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Apr 14, 2025,
  • Updated Apr 14, 2025, 12:58 PM IST

दुधारू ही नहीं सभी तरह के पशुओं के लिए हरा चारा जितना जरूरी होता है उतना ही मिनरल मिक्चर (दाना) भी जरूरी है. मिनरल मिक्चर से पशु के दूध की क्वालिटी बनती है. इतना ही नहीं मिनरल मिक्चर से ही पशुओं की हैल्थ भी बनती है. आज बाजार में चारे के मुकाबले मिनरल मिक्चर बहुत महंगा है. खासतौर पर गर्मियों के दौरान पशुओं को मिनरल मिक्चर खि‍लाना बहुत मुश्किाल हो जाता है. यही वजह है कि एनीमल एक्सपर्ट महंगे मिनरल मिक्चर के मुकाबले दलहनी रसदार हरा चारा खिलाने की सलाह देते हैं. 

एक्सपर्ट की मानें तो दलहनी हरा चारा काफी हद तक मिनरल मिक्चर की कमी को पूरा करता है. लेकिन पशुपालक इसी के चलते मिनरल मिक्चर के मुकाबले दलहनी हरा चारा ज्यादा खिलाने लगते हैं. और इसी एक गलती के चलते ही पशुओं को पेट संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ता है. वहीं इसके चलते पशुपालक को दोहरा नुकसान भी उठाना पड़ता है. 

इसलिए हरे चारे के साथ सूखा चारा खि‍लाने की दी जाती है सलाह  

डेयरी एक्सपर्ट वाईएन सिंह का कहना है कि हरे चारे में नमी की मात्रा काफी होती है. पशु जब इस दौरान हरा चारा ज्यादा खाता है तो उसे डायरिया समेत और भी दूसरी बीमारी होने का खतरा बना रहता है. इतना ही नहीं उस चारे में मौजूद नमी के चलते ही दूध की क्वालिटी पर भी असर आ जाता है. इसलिए ये बेहद जरूरी है कि जब हमारा पशु हरा चारा खा रहा हो या बाहर चरने के लिए जा रहा हो तो हम पहले उसे सूखा चारा और थोड़ा बहुत मिनरल्स जरूर दें. सूखा चारा खूब खिलाने से हरे चारे में मौजूद नमी का स्तर सामान्य हो जाता है. वहीं मिनरल्स देने से दूध में फैट और दूसरी चीजों का स्तर भी बढ़ जाता है और दूध की क्वा‍लिटी खराब नहीं होती है. 

ज्यादा चारा खाकर पशु का पेट खराब हो तो दें ये दो तेल 

पशु कौनसा है और उसकी उम्र कितनी है, ये सब बातें देखने के बाद ही उसे हरा, सूखा चारा और दाना खाने को दिया जाता है. इसलिए दाने की जगह दलहनी हरा चारा खिलाते वक्तब इस बात का खास ख्या ल रखें की उसकी मात्रा ज्याददा ना हो जाए. अगर जयारा हरा चारा खाने से पशु को दस्त हो जाएं तो फौरन ही डाक्टखर की सलाह लें. पेट में अफरा हो तो बड़े पशु को 500 ग्राम सरसों के तेल में 50 ग्राम तारपीन का तेल मिलाकर पिलाया जा सकता है. साथ ही दलहनी हरे चारे को थोड़ा सा सुखाकर खिलाएं तो वो नुकसान नहीं करेगा. 

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