
Calf Care after Birth पशुपालन में सिर्फ दूध उत्पादन से ही मुनाफा नहीं होता है. और ज्यादा मुनाफे के लिए जरूरी है कि रीप्रोडक्शन (प्रजनन) दर भी बढ़े और कामयाब रहे. क्योंकि हर एक पशुपालक की एक ही चाहत होती है कि उसकी गाय या भैंस हर साल बच्चा दे. जिससे उस बच्चे को बड़ा कर बाजार में बेचा जाए या फिर पाल-पोसकर उससे दूध उत्पादन लेकर मुनाफा कमाया जाए. लेकिन, एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि गाय-भैंस की सभी नस्ल से हर साल बच्चा लेना आसान नहीं होता है. या फिर अगर बच्चा हो भी जाए तो उसे जीवित रखना मुश्किल हो जाता है.
खासतौर से सर्दियों के मौसम में. अगर आज पैदा हुआ बच्चा किसी भी तरह की परेशानी उठाय 20 से 25 दिन तक जीवित रह जाता है तो फिर उसके जिंदा रहने की संभावनाएं ज्यादा बढ़ जाती हैं. इसीलिए एनिमल एक्सपर्ट बच्चे के पैदा होते ही उससे ज्यादा से ज्यादा वक्त के लिए गाय-भैंस के सामने ही रखने की सलाह देते हैं. ऐसा करने के कई फायदे होते हैं. इसके साथ ही और भी कई ऐसे उपाय हैं जो बच्चे के पैदा होते ही अपनाने चाहिए.
गाय-भैंस के बच्चा होने पर उसे उम्र के हिसाब से खानपान और शेड की जरूरत होती है. क्योंकि जिंदा बचे बच्चे ही आगे चलकर पशुपालकों को मुनाफा करते हैं. बच्चा अगर फीमेल है तो बड़े होकर दूध दूकर कमाई कराएगा, वहीं अगर मेल है तो उसे ब्रीडर बनाकर मुनाफा कमाया जा सकता है.
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