भारत सरकार ने पशुपालन करने वाले किसानों के लिए पशु किसान क्रेडिट कार्ड लॉन्च किया है. यह योजना पहले से चली आ रही है. इस कार्ड के जरिये पशुपालन करने वाले किसानों को अपना बिजनेस करने में सहूलियत होगी और उनकी कमाई बढ़ाने में मदद मिलेगी. इस कार्ड की मदद से पशुपालन के साथ-साथ मछली पालन के किसान भी आर्थिक मदद ले सकते हैं. पहले इस कार्ड पर 3 लाख का लोन मिलता था, लेकिन उसे बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है.
1-फिशरी
मछली पालन करने वाले किसान जिनके पास टैंक, तालाब, रेसवे, पानी का खुला क्षेत्र और हैचरी हो. किसान के पास मछली पालन और उससे जुड़े काम का लाइसेंस होना चाहिए. इसमें सेल्फ हेल्प ग्रुप, मछली पालक किसान, महिला समूह आदि कार्ड बनाने के पात्र हैं.
2-मरीन फिशरीज
आवेदक के पास फिशिंग वेसेल, रजिस्टर्ड बोट, फिशिंग लाइसेंस, समुद्र में मछली मारने, मछली पालने और उससे जुड़े काम का लाइसेंस होना चाहिए. इसके लिए सेल्फ हेल्प ग्रुप, मछली पालक जैसे कि व्यक्तिगत, पार्टनर, ग्रुप, बटाईदार किसान और शेयरक्रॉपर पात्र हैं. इसके अलावा महिला समूह भी पात्र हैं.
3- पोल्ट्री
इसमें किसान, पोल्ट्री किसान, जॉइंट लायबिलिटी ग्रुप और बकरी, भेड़, पोल्ट्री, सूअर, चिड़िया पालने वाले सेल्फ हेल्प ग्रुप पात्र हैं.
4-डेयरी
इसमें भी किसान, डेयरी किसान, जॉइंट लायबिलिटी ग्रुप्स और सेल्फ हेल्प ग्रुप पात्र हैं.