Sheep Meat: टेस्ट की जंग! बकरों का जलवा फीका, भेड़ बनी इन राज्यों की पसंदीदा

Sheep Meat: टेस्ट की जंग! बकरों का जलवा फीका, भेड़ बनी इन राज्यों की पसंदीदा

Sheep Meat Production भेड़ अपनी खास पहचान ऊन के मामले में पीछे छूट रही है. जबकि भेड़ के मीट का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है. देश के छह राज्य तो ऐसे हैं जहां भेड़ के मीट की डिमांड दूसरे राज्यों और देश से लाकर की जा रही है. मीट की डिमांड के चलते ही भेड़ पालन भी बढ़ रहा है. 

नासि‍र हुसैन
  • New Delhi,
  • Aug 21, 2025,
  • Updated Aug 21, 2025, 5:14 PM IST

Sheep Meat Production मीट का नाम आते ही सबसे पहला जिक्र बकरों का होता है. तब कहीं जाकर दूसरे नंबर पर चिकन यानि मुर्गों की बात होती है. बफैलो मीट का नाम तो सिर्फ एक्सपोर्ट की बातचीत में ही लिया जाता है. कहने का मतलब ये है‍ कि भेड़ की कहीं-कोई गिनती ही नहीं होती है. लेकिन मीट के टेस्ट की जंग में अब बकरों का जलवा फीका पड़ गया है. टेस्ट के इस बाजार में भेड़ बकरों पर भारी पड़ गई हैं. एक-दो नहीं देश के पांच राज्यों में भेड़ बड़ी ही तेजी से वहां की पसंदीदा बन गई हैं. डिमांड इतनी बढ़ गई है कि मीट और जिंदा भेड़ इंपोर्ट करनी पड़ रही हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि भेड़ के मीट में होने वाले फैट के चलते बिरयानी टेस्टी बनती है. इसीलिए मीट को ज्यादा पसंद किया जा रहा है. 

कौनसे 5 राज्य सबसे ज्यादा भेड़ का मीट खा रहे 

  • साल 2014 में आंध्र प्रदेश में दो लाख टन मीट खाया गया.  
  • साल 2024 में आंध्र प्रदेश में 3.93 लाख टन मीट खाया गया.  
  • साल 2024 में तेलंगाना में 3.51 लाख टन मीट खाया गया.  
  • साल 2014 में कर्नाटक में 29 हजार टन मीट खाया गया.  
  • साल 2024 में कर्नाटक में 1.57 लाख टन मीट खाया गया.  
  • साल 2014 में तमिलनाडू में 35 हजार टन मीट खाया गया.  
  • साल 2024 में कर्नाटक में 66 हजार टन मीट खाया गया.  
  • साल 2014 में राजस्थान में 39 हजार टन मीट खाया गया.  
  • साल 2024 में कर्नाटक में 57 हजार टन मीट खाया गया.  
  • साल 2014 में जम्मू-कश्मीर में 19 हजार टन मीट खाया गया.  
  • साल 2024 में जम्मू-कश्मीर में 22 हजार टन मीट खाया गया.  

क्या कहते हैं देश में मीट उत्पादन के आंकड़े 

  • साल 2014 में देश में मीट के लिए काटी गईं भेड़ों की संख्या 3.23 करोड़. 
  • साल 2024 में देश में मीट के लिए काटी गईं भेड़ों की संख्या आठ करोड़. 
  • साल 2014 में देश में मीट के लिए काटे गए बकरों की संख्या 8.81 करोड़. 
  • साल 2024 में देश में मीट के लिए काटे गए बकरों की संख्या 13.52 करोड़. 
  • साल 2014 में देश में भेड़ का 4.31 लाख टन मीट उत्पादन हुआ था.  
  • साल 2024 में देश में भेड़ का 11.41 लाख टन मीट उत्पादन हुआ था.  
  • 2024 में देश में सभी तरह के मीट का कुल उत्पादन 1.25 करोड़ टन हुआ था. 
  • 2024 में कुल मीट उत्पादन में चिकन की हिस्सेदारी 52 फीसद की है.
  • 2024 में कुल मीट उत्पादन में भेड़ की हिस्सेदारी 11.13 फीसद की है.
  • 2024 में कुल मीट उत्पादन में बकरे की हिस्सेदारी 15.50 फीसद की है. 

कश्मीर में 26 करोड़ से आ रही हैं 900 भेड़ 

जम्मू-कश्मीर में भेड़ के मीट की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. हालात ये हैं कि बीते साल वहां 22 हजार टन भेड़ के मीट का उत्पादन हुआ था. जबकि बाजार में मीट की डिमांड 48 हजार टन की थी. इसी को देखते हुए सरकार वहां मीट का ज्यादा उत्पादन करने वाले भेड़ों की नस्ल ला रही है. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया सरकार के साथ हुए एक समझौते के तहत 26 करोड़ रुपये से 900 भेड़ लाई जा रही हैं. भेड़ों का इस्तेमाल ब्रीडिंग के लिए किया जाएगा. इसमे ड्रॉपर और टेक्सला नस्ल की भेड़ शामिल हैं. 

ऑस्ट्रेलिया से आ रहा है लैम्ब मीट 

मीट एंड लाइव स्टाक ऑस्ट्रेलिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में भारत में भेड़ का मीट 20 लाख टन खाया गया है. वहीं 2026 इसमे तीन फीसद की बढ़ोतरी के साथ 23.86 लाख टन होने की उम्मीद है. जानकारों का कहना है कि लैम्ब मीट ऑस्ट्रेलिया से इंपोर्ट किया जा रहा है. 2021 में तीन हजार करोड़ डॉलर का लैम्ब मीट भारत में खाया गया था. 

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