Shrimp Production: खारे पानी में झींगा ही नहीं और दूसरी वैराइटी की मछलियां भी पाल सकते हैं, पढ़ें डिटेल 

Shrimp Production: खारे पानी में झींगा ही नहीं और दूसरी वैराइटी की मछलियां भी पाल सकते हैं, पढ़ें डिटेल 

Water for Shrimp देश-विदेश में झींगा का कारोबार बढ़ रहा है. झींगा एक्सपोर्ट के मामले में भारत ने बीते आठ साल में भारत ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. घरेलू बाजार में भी झींगा को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार योजनाएं बना रही है. एक्सपर्ट के मुताबिक जब झींगा का रेट सही न मिले तो उसी तालाब में मछलियां भी पाली जा सकती हैं.

नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • Jun 16, 2025,
  • Updated Jun 16, 2025, 11:16 AM IST

Water for Shrimp एक्सपर्ट का कहना है कि झींगा उत्पादन सिर्फ खारे पानी में ही होता है. झींगा के लिए पानी में कम से कम पांच पीपीटी का खारापन होना चाहिए. अगर पानी के मानक थोड़े भी इधर-उधर हुए तो फिर पानी में अच्छा उत्पादन होना मुश्कि ल हो जाता है. खारा यानि नमक वाला पानी झींगा मछली के लिए अमृत जैसा है. अगर पानी खारा है तो एक एकड़ के तालाब में चार टन तक झींगा उत्पादन हो जाता है. अच्छी बात ये है कि अगर तालाब खारे पानी का है और किसी वजह से तालाब में झींगा उत्पादन नहीं करना चाहते हैं तो उसका इस्तेमाल बदला जा सकता है. 

जैसे खारे पानी वाली मछलियां झींगा के तालाब में पाली जा सकती हैं. झींगा पालन को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जा रहा है. यहां 50 हजार हेक्टेयर जमीन खारे पानी वाली चिन्हिडत की गई है. उत्पादन क्षमता को देखते हुए पीपीपी मॉडल पर प्रोसेसिंग यूनिट स्थापना की भी तैयारी चल रही है. वहीं एक्सपोर्ट की बात करें तो 60 से 65 फीसद हिस्सेदारी झींगा की है.   

जानें झींगा के लिए कैसा होना चाहिए तालाब का पानी 

पंजाब फिशरीज डिपार्टमेंट के असिस्टेंट डायरेक्टर कर्मजीत सिंह ने बताया कि जरूरी नहीं कि सभी तरह की मछली हर तरह के पानी में पल जाए. हर एक मछली की पानी संबंधी अपनी जरूरत है. जैसे अगर झींगा मछली की बात करें तो इसके लिए पानी का खारा होना बहुत जरूरी है. अगर कोई मछली पालक झींगा पालना चाहता है तो सबसे पहले उसे पानी की जांच करानी चाहिए. जांच के दौरान पानी में कम से कम पांच पीपीटी तक खारापन हो. इसके अलावा मैगनिशियम और पौटेशियम भी बहुत जरूरी है. अगर पानी में पौटेशियम नहीं है तो उसे हम पानी में ऊपर से डालकर भी मिला सकते हैं. लेकिन पानी का खारापन तो प्राकृतिक ही होना चाहिए. 

झींगा के तालाब में कब कर सकते हैं मछलियों का उत्पादन 

असिस्टेंट डायरेक्टर कर्मजीत सिंह ने बताया कि ऐसा नहीं है कि खारे पानी में सिर्फ झींगा मछली ही पाली जा सकती है. क्योंकि बहुत सारे लोग ऐसा सोचते हैं कि झींगा के लिए पानी खारा होना चाहिए. अगर बाजार में झींगा की डिमांड नहीं है या फिर दाम अच्छे नहीं मिल रहे हैं तो ऐसे में क्या करेंगे. लेकिन यह सोचना गलत है. खारे पानी में सिर्फ झींगा ही नहीं पाली जा सकती है. मछलियों की और भी बहुत सारी ऐसी वैराइटी हैं जो खारे पानी में पाली जाती हैं. इस लिहाज से आप बाजार की डिमांड और रेट के हिसाब से खारे पानी में मछली पालन कर सकते हैं. 

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