मिल्क प्रोडक्ट में न सही, लेकिन दूध उत्पादन के मामले में भारत विश्व में पहली पोजिशन रखता है. लगातार दूध उत्पादन बढ़ रहा है. लेकिन डेयरी सेक्टर चुनौती और मौके दोनों साथ लेकर आ रहा है. इस बारे में इंडियन डेयरी एसोसिएशन (IDA) के प्रेसिडेंट और अमूल के पूर्व एमडी डॉ. आरएस सोढ़ी का कहना है कि अब सवाल ये है कि हम चुनौती और मौके को किस नजर से देखते हैं. हाल ही में डेयरी से जुड़े एक कार्यक्रम के दौरान डेयरी से जुड़ी रणनीतिक प्राथमिकताओं और सिफारिशों पर खूब चर्चा हुई.
डेयरी प्रोडक्ट एक्सपोर्ट कैसे बढ़ेगा इसे लेकर भी डेयरी एक्सपर्ट ने अपने-अपने टिप्स दिए. डेयरी एक्सपर्ट का कहना है कि आने वाले वक्त में दूध सरप्लस हो जाएगा. ये एक परेशानी है तो दूसरी ओर मौका भी है. लेकिन इस मौके का फायदा तभी उठाया जा सकता है जब हम डेयरी प्रोडक्ट के एक्सपोर्ट पर ध्यान दें. बढ़ते दूध उत्पादन के संबंध में आज केन्द्रीय राज्यमंत्री पशुपालन और डेयरी डॉ. एसपी सिंह बघेल ने आज सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी है.
डॉ. आरएस सोढ़ी का कहना है कि एक अनुमान के मुताबिक आने वाले 25 साल में करीब 10 करोड़ टन दूध देश में सरप्लस होगा. जिसकी कीमत करीब चार से पांच हजार करोड़ डॉलर होगी. लेकिन ये हमारे लिए चुनौती के साथ ही मार्केट को और बढ़ाने का अच्छा मौका है. लेकिन डेयरी प्रोडक्ट की अच्छी कीमत पाने और इस मौके का फायदा उठाने के लिए जरूरी है कि हम एक्सपोर्ट को बढ़ाने वाली रणनीतियों पर काम करें. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि कुछ चीजों पर हमे अभी से काम करना होगा.
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