देश में कुल दूध उत्पादन बढ़ाने और पशुओं की नस्ल सुधारने के लिए कृत्रिम गर्भाधान (AI) की मदद ली जा रही है. एनीमल एक्सपर्ट की मानें तो पशुओं की नस्ल सुधरेगी तो प्रति पशु दूध उत्पादन बढ़ने से कुल दूध उत्पादन भी बढ़ने लगेगा. लेकिन ये तभी मुमकिन होगा जब एआई के दौरान अच्छे सांड के क्वालिटी वाले वीर्य का इस्तेमाल किया जाए. हालांकि सांड के वीर्य की क्वालिटी बढ़ाना कोई मुश्किनल काम नहीं है. लेकिन इसके फायदे बहुत हैं.
जैसे अगर आप बाजार में वीर्य बेचते हैं तो अच्छी क्वालिटी का होने पर उसके दाम अच्छे मिलेंगे. साथ ही सांड भी तंदरुस्त रहेगा. वहीं एआई के दौरान गायों को भी बीमारियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. एक्सपर्ट का कहना है कि सांड की खुराक अच्छी करने से तो वीर्य की क्वालिटी बढ़ती ही है, लेकिन साथ ही उसकी देखभाल भी अच्छी तरह से की जाए तो क्वालिटी में काफी फर्क आ जाता है.
सांड को संगम कराने से पहले उसे मैथुन के लिए उत्तेजित करना जरूरी होता है. इसके लिऐ सांड को दो-तीन बार भैंस के ऊपर कुदाऐ और तुरंत हटा ले, ताकि संगम न हो सके. इसके बाद ही झोटे और भैस का वास्तविक मिलन कराएं. अगर सांड सुस्त है तो भैस दिखाने के बाद उसे दूर ले जाए. आसपास ही थोड़ा घुमाने के बाद उसे भैंस पर कुदाएं. भैंस के पास कोई दूसरा सांड बांधने से भी दूसरे सांड को उत्तेजना मिलती है. भैस पर कुदाते समय सांड के साथ सख्त व्यवहार नहीं करना चाहिए. ब्रीडर सांड का भैंस से संगम कराने के दौरान उसके साथ मारपीट नहीं करनी चाहिए.
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