Climate Change Impact on Fish क्लाइमेट चेंज का असर अब समुद्र के पानी और उसमे रहने वाले जीव-जन्तुओं पर भी दिखने लगा है. सेंट्रल मरीन फिशरीज रिसर्च इंस्टीट्यूट (CMFRI), कोच्चि और इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (फिशरीज साइंस) की रिपोर्ट तो यही कहती है. फिशरीज साइंस की रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली है. रिपोर्ट के मुताबिक मछलियों का वजन और लम्बाई दोनों घट रही हैं. कम वजन और छोटी लम्बाई पर ही मछलियां मैच्योर हो रही हैं. जलवायु परिवर्तन को देखते हुए मछलियों ने समुद्र में रहने की जगह भी बदल ली है. यहां तक की समुद्री झींगा का साइज भी कम हो गया है.
समुद्री मछलियों और झींगा के बारे में आने वाली रिपोर्ट बहुत खतरनाक हैं. ये लोगों को अलर्ट कर रही हैं. अगर अभी भी अलर्ट नहीं हुए तो फिर मामला हाथ से निकल सकता है. हालांकि भारत मछली उत्पादन के मामले में काफी हद तक इनलैंड फिशरीज पर आ गया है. फिर भी अभी समुद्री मछली की निर्भरता खत्म नहीं हुई है.
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