लंपी स्किन डिजीज, वह बीमारी जो आजकर पशुओं में काफी तेजी से फैल रही है. यह एक संक्रामक रोग है जो ज्यादातर गाय और भैंसों में होता है. एक कीड़े के काटने की वजह से होने वाली यह बीमारी जानवरों की जान तक ले सकती है. ऐसे में यह काफी जरूरी हो जाता है कि पशुपालकों को यह पता हो कि अगर उनके जानवर को यह रोग लग गया है तो उस समय क्या किया जाए. उन्हें अपने पशुओं को अच्छे से ध्यान रखने की और उनकी सही देखभाल करने की जरूरत है.
अगर आपको अपने जानवरों में नीचे बताए गए लक्षण नजर आएं तो समझ जाएं कि उन्हें लंपी रोग हो रहा है. इस रोग से ग्रसित जानवरों को
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इस बीमारी से संक्रमित पशु को 10 मिली नीमबोली तेल, 10 मिली यूकेलिप्टस ऑयल, दो ग्राम सोप पाउडर को एक लीटर पानी में मिला लें. इसके बाद जानवर को इस पानी से नहलाएं. अगर आप चाहें तो 5 फीसदी नीमबोली का रास भी प्रयोग कर सकते हैं. यह बीमारी एक कीड़े से फैलती है तो ऐसे में यह बहुत जरूरी हो जाता है कि उनकी रोकथाम के उपाय किए जाएं. मादा जानवर का खून पीने के बाद जब पिस्सू जमीन पर गिरता है तो अंधेरी जगहों पर अपने अंडे देता है. इसलिए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि जिस जगह पर जानवरों को रखा गया है, उसे साफ रखा जाए.