राजस्थान में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने बजट में पांच हजार डेयरी बूथ खोलने की घोषणा की थी. जल्द ही इस घोषणा पर अमल लाया जा रहा है. सोमवार 20 फरवरी को गोपालन विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से बजट में पांच हजार नए डेयरी बूथ खोलने की घोषणा के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है. जल्दी ही ये पांच हजार डेयरी खोली जाएंगी. इससे प्रदेश में दूध उत्पादों की आपूर्ति में बढ़ोतरी होगी और बेरोजगार युवाओं को रोजगार भी मिलेगा. ये डेयरी बूथ प्रदेशभर में खोले जाएंगे. इस संबंध में 20 फरवरी को सचिवालय स्थित खाद्य भवन में डेयरी क्षेत्र में की गई बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक आयोजित हुई. गोपालन शासन सचिव कृष्ण कुणाल इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. कुणाल ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राज्य सरकार दुग्ध उत्पादक संघों के हितों के लिए संवेदनशील है.
विभाग राज्य बजट में हुई घोषणाओं को जल्द ही जमीन पर उतारने का काम कर रहा है. इस संबंध में समय-समय पर समीक्षा बैठकें आयोजित की जा रही हैं और योजना की प्रगति के बारे में अपडेट लिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पांच हजार नए डेयरी बूथ खोले जाने की घोषणा से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध उत्पादों की समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति के साथ दुग्ध संकलन में राज्य अपना कीर्तिमान स्थापित कर पायेगा. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बूथ आवंटन में आरसीडीएफ एवं दुग्ध संघों को आ रही समस्याओं का शीघ्र एवं समुचित निस्तारण कर डेयरी बूथ स्थापित किये जाएं.
बैठक में राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड की प्रशासक एवं प्रबंध संचालक सुषमा अरोड़ा ने कार्ययोजना की विस्तार से जानकारी दी. इस मौके पर गोपालन विभाग के वरिष्ठ उप शासन सचिव मधुसूदन दाधीच ने गत वर्ष की डेयरी बूथ खोले जाने की बजट घोषणा के सम्बन्ध में प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.
उन्होंने बताया कि आवंटित डेयरी बूथों में सामान्य आवेदक, महिला एवं महिला स्वयं सहायता समूह शामिल है. महाप्रबंधक विपणन जयदेव सिंह ने डेयरी बूथों के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विपणन की विस्तार से कार्ययोजना प्रस्तुत की. इस मौके पर निदेशक नगर निकाय हृदयेश कुमार शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.