मध्य प्रदेश के सतना में पशुओं के खिलाफ क्रूरता और हिंसा का एक मामला सामने आया है. इस बार क्रूरता का सामना गायों को करना पड़ा है. दरअसल सतना में एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें दिखाया गया है कि गाय को नदी में हांका जा रहा है. गायों को नदी में हांकने का यह वीडियो सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत बमहोर के पास स्थित नदी का है. सोशल मीडिया में वायरल इस वीडियो में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि बमहोर के पास स्थित रेलवे पुल के नीचे कुछ गायों को तेज बहाव में हांका जा रहा है. जिसके कारण गाय पानी में डूबती हुई नजर आ रही है.
वायरल वीडयो में दिख रहा है कि गायों को जबरदस्ती नदी के अंदर हांका जा रहा है. जिससे गाएं पानी में डूब रही हैं, जबकि कुछ गाय निकलने का प्रयास कर रही है, लेकिन दूसरे छोर पर भी एक व्यक्ति खड़ा है जो गायों को बाहर निकलने नहीं दे रहा है. जबकि एक और युवक स्टाप डैम के पास डूब रही गायों को देख रहा है. हालांकि सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद नागौद थाना पुलिस ने इस मामले में संज्ञान लिया है. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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इन चारों आरोपियों के खिलाफ गोवंश प्रतिषेध अधिनियम और बीएनएस की धारा 325 के तहत मामला दर्ज किया गया है. जिन चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उनमें हरदुआ मझोल निवासी बेटा बागरी ,रवि बागरी और रामपाल चौधरी सहित एक नाबालिग है. गौरतलब है कि हाल ही में मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने जहां सतना जिले के मझगंवा तहसील के बगदरा घाटी में काऊ सफारी बनाने की घोषणा की थी. जिसमें 10 हजार से अधिक गौ वंश को रखने की बात कही गई थी. इस फैसले से गायों को सुरक्षित रखने में मदद मिलती लेकिन इसके बावजूद सतना से आ रही पशु क्रूरता की ये तस्वीर विचलित और हैरान कर देने वाली है.
बताया जा रहा है कि यह वीडियो लावारिश गायों का है. उनसे तंग आकर ग्रामीणों ने आधा दर्जन से अधिक गायों को बहते पानी में हांक दिया. हालांकि सिर्फ दो गायों की मौत हुई है और बाकी सभी गाय सुरक्षित है. किसानों का कहना है कि उनके खेत में धान और अरहर लगा हुआ है, लेकिन इन लावारिश गायों के कारण उनके फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. जिसके चलते किसानों ने मिलकर गायों को नदी में हांक दिया. किसानों ने कहा कि नदी में उन्होंने गायों को इसलिए हांका ताकि वो गाय दूसरे गांवों में जाकर रुके और उनकी फसल सुरक्षित रहे.
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बता दें कि सतना जिले में पशु क्रूरता का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले अगस्त 2022 में रामनगर तहसील के ताला थाना क्षेत्र के ग्राम घुईसा और बिदुई खुर्द के बीच बीहर नदी में आधा दर्जन ग्रामीणों ने दो दर्जन गायों को लाठी डंडों से पीट-पीट कर नदी में हांक दिया था. जिसका वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विधुई में रहने वाले लाल भाई पटेल, रामपाल पटेल, सुनील पांडे, लल्लू पांडे , रामदयाल पांडे और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था.