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यूपी के 7 जिलों में एक तिहाई फसल हुई तबाह, किसान इस नंबर पर दें फसल के नुकसान की जानकारी

यूपी के 7 जिलों में एक तिहाई फसल हुई तबाह, किसान इस नंबर पर दें फसल के नुकसान की जानकारी

यूपी में पिछले 3 दिनों से किसानों पर मौसम का कहर मुसीबत बन कर टूट पड़ा है. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रदेश में बुंदेलखंड एवं पूर्वांचल में सबसे बुरा असर देखने को मिला है. एक ओर, योगी सरकार फसल के नुकसान का आंकलन करा रही है, वहीं किसानों के लिए भी एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. किसान इस पर फोन करके फसल को हुए नुकसान की जानकारी दर्ज करा सकते हैं.

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यूपी में ललितपुर जिले के एक गांव में ओलावृष्टि का नजारा यूपी में ललितपुर जिले के एक गांव में ओलावृष्टि का नजारा

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सभी जिलाधिकारियों को मौसम की बेरुखी से फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करने का आदेश दिया था. जिससे किसानों को जल्द से जल्द क्षतिपूर्ति की जा सके. इस पर कार्रवाई करते हुए प्रदेश के राहत विभाग की ओर से तत्काल सभी प्रभावित जिलों में शासन के स्तर पर सर्वे का काम शुरू हो गया है. सर्वे के शुरुआती रुझान से पता चला है कि प्रदेश में बुंदेलखंड और पूर्वांचल के 7 जिलों के किसान इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए हैं.

किसान इस नंबर पर दें जानकारी

यूपी में मौसम की मार से फसलों को हुए नुकसान के आंकलन की दोहरी व्यवस्था की गई है. एक तरफ जिला प्रशासन के स्तर पर सर्वे किया जा रहा है, किसानों के लिए भी एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. किसान सीधे बीमा कंपनी को इस नंबर पर कॉल करके फसल को हुए नुकसान की जानकारी दर्ज करा सकते हैं. इसके लिए किसानों को 18008896868 पर कॉल करना पड़ेगा.

प्रदेश के 37 जिलों में किसानों की फसल का बीमा करने वाली सरकारी कंपनी 'एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लि.' के बुंदेलखंड में झांसी जिले के क्षेत्रीय प्रबंधक फैजल खान ने 'किसान तक' को बताया कि 24 घंटे काम करने वाली इस हेल्पलाइन पर प्रदेश के किसान कॉल करके अपनी लोकेशन के साथ फसल को हुए नुकसान की जानकारी दर्ज करा सकते हैं. 

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गौरतलब है कि यूपी में ओला और बारिश से किसानों पर सबसे बुरा असर बुंदेलखंड में हुआ है. झांसी के जिला कृष‍ि अधिकारी के के सिंह ने 'किसान तक' को बताया कि इस आपदा से प्रभावित हुए किसान हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने के अलावा कृष‍ि विभाग या तहसील में लिखित तौर पर भी फसल को हुए नुकसान की जानकारी दे सकते हैं.

उन्होंने बताया कि किसानों से मिल रही जानकारी का यथाशीघ्र सत्यापन कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि फोन कॉल पर जानकारी दर्ज होने के बाद यथाशीघ्र बीमा कंपनी के कर्मचारी किसान द्वारा दर्ज कराई गई जानकारी का सत्यापन कर शासन को इसकी रिपोर्ट देते हैं. इसके आधार पर किसान को बीमा कंपनी की ओर से तत्काल क्षतिपूर्ति की अदायगी कराई जाएगी.

इन जिलों में हुआ ज्यादा नुकसान

यूपी के राहत आयुक्त प्रभु नारायण सिंह ने सोमवार को सभी जिलाधिकारियों को मौसम की मार से किसानों पर पड़े असर का जिलेवार सर्वे कराने का आदेश जारी किया था. सर्वे की शुरुआती जानकारी के आधार पर पता चला है कि प्रदेश के 7 जिलों में किसानों की 33 फीसदी से ज्यादा फसल खराब हो गई है.

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इनमें बुंदेलखंड में हमीरपुर जिले के 2 गांव, ललितपुर जिले के 4 गांव, महोबा के 2 गांव तथा पूर्वांचल में मिर्जापुर जिले के 13 गांव और प्रयागराज के 20 गांवों के किसानों पर मौसम की मार कहर बनकर टूटी है. पूरे प्रदेश में मौसम की बेरुखी से किसानों को हुए नुकसान का सर्वे दो दिन में करा लिया जाएगा. इसके आधार पर क्षतिपूर्ति का निर्धारण होगा.

मौसम का सितम रहेगा जारी

मौसम विभाग ने मंगलवार को भी यूपी में मौसम के रुख में फ‍िलहाल कोई बदलाव नहीं होने का अंदेशा जताया है. मौसम खुशनुमा होने के लिए अभी कम से कम 4 दिन और इंतजार करना पड़ेगा.

 


विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश में आज भी बादल छाए रहने के बीच अधिकतम तापमान 24 डिग्री से. और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री से. रहने का अनुमान है. इस बीच प्रदेश में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश होने और 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. विभाग ने पश्चिमी जोन में आज भी कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की आशंका जताई है.

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