जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर शहर में बुधवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से 5.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो पिछली रात के शून्य से 5.3 डिग्री सेल्सियस नीचे से थोड़ा कम था.अधिकारियों ने कहा कि यह शहर में इस सर्दी में दर्ज किया गया सबसे कम न्यूनतम तापमान था.दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम, जो वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए बेस कैंप में से एक है, में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि बारामूला जिले के प्रसिद्ध रिसॉर्ट गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.
काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.8 डिग्री सेल्सियस नीचे, कोकेरनाग शहर में शून्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस नीचे और कुपवाड़ा में शून्य से 4.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.घाटी में तीव्र शीत लहर की स्थिति के कारण कई जलस्रोत जम गए हैं जबकि कई क्षेत्रों में जल आपूर्ति पाइप जाम हो गए हैं.मौसम कार्यालय ने कहा कि 15 दिसंबर तक मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा लेकिन सप्ताहांत में हल्की बारिश की भविष्यवाणी की गई है.
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दिल्लीवासियों की गुरुवार की सुबह ठंडी और धुंध भरी रही और न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो इस मौसम में अब तक का सबसे कम तापमान है.मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 9 बजे एयर क्लालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 358 ('बहुत खराब') रहा. शून्य और 50 के बीच एक AQI को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के बुलेटिन में कहा गया है कि सुबह 8.30 बजे नमी की मात्रा 100 प्रतिशत थी.
राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से तापमान सामान्य से नीचे चल रहा है. बुधवार को न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस, मंगलवार को 6.8 डिग्री सेल्सियस और सोमवार को 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
केदारनाथ में दो दिनों तक हुई बर्फबारी के बाद आज मौसम साफ हो गया है. मौसम साफ होने पर सबसे पहले धाम में तैनात मजदूरों की ओर से हेलीपैड से बर्फ हटाई जा रही है. हेलीपैड साफ होने के बाद चिनूक हेलकाप्टर से यहां पुनर्निर्माण काम की सामग्री पहुंचाई जाएगी. फिलहाल केदारनाथ धाम में एफ फीट तक बर्फ जमी हुई है. बावजूद इसके 250 से अधिक मजदूर पुनर्निर्माण कार्य में जुटे हुए हैं. केदारनाथ धाम में इन दिनों मंदाकिनी नदी के किनारे 13 भवनों के अलावा, म्यूजियम, सरस्वती नदी पर साठ मीटर स्पानका पुल, चिकित्सालय भवन, संगम पर स्थित घाट सहित अन्य कार्य किए जा रहे हैं. इन कार्यों को 2024 का यात्रा सीजन शुरू होने से पहले पूरा किया जाना है. ऐसे में शीतकाल में भी केदारनाथ धाम में काम जारी है.
इस महीने के अंत तक धाम में काम चलते रहेंगे. बर्फबारी अधिक होने पर अब धाम में दिक्कतें भी होने लग गई हैं. दो दिनों तक धाम में लगातार बर्फबारी हुई है जिस कारण काम भी रुके रहे. आज मौसम साफ होने पर फिर से काम शुरू हो गए हैं. मजदूरों के अलावा जेसीबी मशीनों के जरिये भी बर्फ को साफ करने का काम किया जा रहा है. बर्फबारी के बाद अब पूरी केदारनगरी सफेद नजर आ रही है.
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