देश के कई राज्यों में इस समय मानसून सक्रिय है और अच्छी बारिश देखी जा रही है. कई राज्यों में भारी बारिश के कारण भू स्खलन और बादल फटने के घटनाएं हो रही है. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने आज पश्चिम राजस्थान, उप हिमालय क्षेत्र, पश्चिम बंगाल के अलावा पूर्वी भारत के राज्य सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मिजोरम, असम, मेघालय के साथ मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भारी से अत्यधिक बारिश की संभावना जताई है. इसके लेकर आईएमडी ने अलर्ट जारी किया है. वहीं जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकेल, केरल और माहे में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
मौसम विभाग ने कहा है की इस दौरान बिहार झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्के से मध्यम दर्ज के बारिश के साथ वज्रपात की घटनाएं हो सकती है. ANI के अनुसार आईएमडी के वैज्ञानिक डॉक्टर नरेश कुमार ने कहा की देश भर में इस वक्त मानसून सक्रिय स्थिति में है. उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश में एक डिप्रेशन बना हुआ है. जबकि दक्षिण पश्चिम राजस्थान में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इसके चलते पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में भारी से अति भारी हो सकती है, इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों के दौरान दिल्ली में बारिश नही होने का अनुमान लगाया है.
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इधर हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहां के लोगों को फिलहाल तेज बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने राज्य में 10 अगस्त तक भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने लाहौल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर बाकी 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान ने कहा कि इस दौरान कई जिले में तेज बारिश के साथ वज्रपात की भी घटनाएं हो सकती हैं. खराब मौसम सो देखते हुए सभी पर्यटकों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है और भूस्खलन वाले इलाकों से दूर रहने के लिए कहा गया है.
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शिमला के एसपी संजीव गांधी ने कहा हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना के कारण अचानक आई बाढ़ के बाद से सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और राज्य पुलिस जैसे हमारे विशेष संगठन खोज अभियान में लगे हुए हैं. इसके अलावा, हम बचाव अभियान के लिए डिजिटल और रडार आधारित उपकरणों और खोजी कुत्तों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. सेना और एनडीआरएफ शानदार काम कर रहे हैं.
इधर पुणे में रविवार को हुई बारिश के बाद 159 लोगं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. आईएमडी ने क्षेत्र में भारी बारिश के बाद पूरे पुणे जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया था. वहीं पिंपरी चिंचवाड़ में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए आधुनिक उपकरणों के साथ एनडीआरफ की तैनाती की गई है. 25 सदस्यों वाली एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व कर रही ज्वाला दास ने कहा कि हमारे पास बाढ़ या इमारत गिरने की घटनाओं से निपटने के लिए पर्याप्त उपकरण हैं. 25 सदस्यों की एक टीम यहां स्टैंडबाय पर है. मुख्यालय में दो टीमें स्टैंडबाय पर हैं, जो यहां से 13-14 किलोमीटर दूर है.
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