आज, 25 मार्च 2025 को दिल्ली-एनसीआर में गर्मी का असर महसूस होने लगा है. पिछले 9 दिनों के बाद तेज धूप ने एक बार फिर लोगों को गर्मी की याद दिला दी है. दोपहर में तेज धूप के कारण लोग परेशान हो रहे हैं और मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार अगले कुछ दिनों तक तापमान में और वृद्धि होने की संभावना है. हालांकि, इसके बाद हवाओं की गति तेज हो सकती है, जिससे तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट आ सकती है. उत्तर भारत के कई हिस्सों, जैसे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और यूपी में भी तापमान बढ़ने लगा है और गर्मी का असर बढ़ने की उम्मीद है.
दिल्ली में 25 मार्च को मौसम साफ रहेगा और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. 26 और 27 मार्च को भी गर्मी बनी रहेगी, और दिन के समय तापमान में बढ़त होगा. 27 मार्च के बाद से हवाओं की गति तेज होने के आसार हैं, जिससे तापमान में थोड़ी कमी हो सकती है. 28 से 30 मार्च तक आंशिक बादल छा सकते हैं और हवाएं तेज चलेंगी, जिनकी गति 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है. इससे तापमान में कुछ राहत मिल सकती है, जो अधिकतम 33 से 36 डिग्री और न्यूनतम 15 से 19 डिग्री तक रह सकता है.
स्काईमेट के अनुसार मार्च अब तक काफी शुष्क रहा है और इस महीने में केवल 2 मिमी बारिश हुई है, जो 28 फरवरी की रात हुई थी. इसके बाद से कोई और बारिश नहीं हुई है और आने वाले दिनों में मौसम शुष्क बना रहेगा. अब तक शुष्क मौसम और तेज धूप की वजह से अगले तीन दिनों में तापमान तेजी से बढ़ेगा. हालांकि, एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों तक पहुंचेगा, जिसका असर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ऊपरी क्षेत्रों पर होगा, लेकिन इससे तापमान में कोई खास गिरावट की उम्मीद नहीं है. मार्च के अंत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रभाव से ठंडी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे तापमान में कुछ कमी आ सकती है.
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मार्च के महीने में कभी बारिश होती है तो कभी सूखा रहता है. मार्च 2020 में दिल्ली में 109.6 मिमी बारिश हुई थी, जबकि मार्च 2022 में पूरा महीना सूखा रहा और उस साल अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री तक पहुंच गया था. इस साल मार्च 2025 की स्थिति भी काफी हद तक मार्च 2022 जैसी ही नजर आ रही है, जिसमें केवल 2 मिमी बारिश हुई है और मौसम शुष्क बना हुआ है. इस बार की बारिश भी फरवरी के अंत में हुई थी, और आईएमडी के अनुसार शाम साढ़े पांच बजे हुई बारिश को अगले दिन के डेटा में जोड़ा जाता है, इसलिए उसे 1 मार्च के खाते में गिना गया.
अप्रैल से प्री-मॉनसून सीजन की शुरुआत होगी, जिसमें तापमान में लगातार वृद्धि और हवा में नमी बढ़ेगी. स्काईमेट के अनुसार अप्रैल और मई महीने प्री-मॉनसून सीजन के होते हैं, जिसमें गर्मी ज्यादा महसूस होती है. इस दौरान लू चलने की संभावना भी रहती है, और इस साल भी लू की शुरुआत अप्रैल में होने की संभावना है.
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राजस्थान में अब गर्मी के दिन शुरू हो गए हैं. पिछले कुछ दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव आया था, लेकिन अब यह प्रभाव खत्म हो गया है, और तापमान में वृद्धि हो रही है. वहीं, उत्तराखंड में भी तापमान बढ़ रहा है, और शुष्क मौसम के कारण तापमान में 3 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है. उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ में 27 और 28 मार्च को हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन चटक धूप के कारण गर्मी बढ़ने की संभावना है.
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