उत्तर भारत में कुछ हिस्सों में मॉनसून की बारिश में तेजी आई है. जम्मू, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अभी कुछ दिनों तक बारिश के जारी रहने के आसार हैं. वहीं रविवार शाम दिल्ली में हुई बारिश के बाद राष्ट्रीय राजधानी में तापमान में थोड़ी गिरावट आई है. मौसम विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि अभी फिलहाल मौसम ऐसा ही रहने वाला है. महाराष्ट्र में 21 अगस्त तक तेज बारिश का अनुमान लगाया गया है. एक नजर डालते हैं मौसम के हाल पर.
दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है. रविवार को कई इलाकों में आंधी के बाद तेज बारिश शुरू हो गई. इस दौरान दिन में ही अंधेरा छा गया. बारिश के बाद अधिकतम तापमान सामान्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में 18 अगस्त से लेकर 23 अगस्त तक आंधी-तूफान के साथ बारिश की संभावना है. 18 अगस्त यानी सोमवार को आंधी तूफान के साथ बारिश हो सकती है. इस दौरान अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रह सकता है. इसके बाद 19 से 21 अगस्त तक भी तेज बारिश के आसार हैं.
उत्तर भारत में, उत्तराखंड में 17 से 18 अगस्त को बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. जबकि पूर्वी राजस्थान में 19, 21 और 22 अगस्त को भारी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने आगे कहा कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी कुछ चुनिंदा दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है. असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश सहित पूर्वोत्तर में 16-22 अगस्त तक भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, 20 अगस्त तक कई क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है.
मौसम विभाग के अनुसार, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात और सौराष्ट्र में 18-20 अगस्त के बीच बहुत भारी बारिश होगी. तेलंगाना में 20 अगस्त तक बहुत ज्यादा भारी बारिश होने की संभावना है. जबकि तटीय कर्नाटक में 18-19 अगस्त को भी ऐसी ही स्थिति रहेगी. मध्य और पूर्वी क्षेत्रों में, दक्षिण विदर्भ में 18-19 अगस्त को और मध्य प्रदेश में 18 अगस्त को बेहद भारी बारिश का अनुमान है. IMD ने कहा कि ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बिहार में 18-22 अगस्त के बीच भारी बारिश होगी.
यह भी पढ़ें-
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today