जानें कैसा रहेगा आज का मौसमभारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने ताजा मौसम पूर्वानुमान में आज दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक लो प्रेशर एरिया बनने की संभावना जताई है, जो 24 नवंबर के आसपास दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन में बदल सकता है. सिस्टम के पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और अगले कुछ घंटों में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर और मजबूत होने की आशंका है. इसके चलते अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 23 और 24 नवंबर को भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार, आज और 25 नवंबर को भी यहां भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी.
वहीं, तमिलनाडु 21 से 24 नवंबर के बीच, और केरल व माहे 21 से 23 नवंबर के दौरान कई स्थानों पर भारी बारिश और गरज-चमक के साथ तेज हवा का दौर देखेंगे. अंडमान क्षेत्र में 23 और 24 नवंबर को हवा की रफ्तार 50 से 60 किमी प्रतिघंटा तक जा सकती है. पश्चिम मध्य प्रदेश में 22 और 23 नवंबर को शीतलहर की स्थिति बने रहने की संभावना है. बीते 24 घंटों में यहां कई स्थानों पर कड़ी शीतलहर दर्ज की गई और तापमान सामान्य से काफी नीचे रहा. जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और पंजाब के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 6 से 10 डिग्री के बीच रिकॉर्ड हुआ है.
आईएमडी के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में अगले चार दिनों तक मौसम साफ रहने वाला है. 22 और 23 नवंबर को सुबह के समय उथला कोहरा छा सकता है और तापमान रात में 9 से 11 डिग्री तक जा सकता है. 24 नवंबर को कई स्थानों पर मध्यम कोहरा भी संभव है और अधिकतम तापमान सामान्य से 1 से 2 डिग्री कम रह सकता है. हवा की दिशा ज्यादातर पश्चिम-उत्तरपश्चिम रहेगी और गति 5 से 10 किमी प्रतिघंटा तक रहेगी.
मौसम विभाग ने कहा है कि तमिलनाडु में अगले चार दिनों तक कई स्थानों पर तेज बारिश के साथ बिजली कड़कने और 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. केरल और माहे में भी इसी अवधि के दौरान लगातार मध्यम से भारी बारिश हो सकती है.
इसके अलावा आंध्र प्रदेश के तटीय हिस्सों और रायलसीमा में गरज-चमक के साथ तेज हवा की चेतावनी जारी है. वहीं, पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में अगले तीन दिनों में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी संभव है, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में गिरावट दर्ज हो सकती है. पूर्वोत्तर राज्यों में सप्ताह भर सुबह के समय कोहरा छाने की संभावना बनी हुई है.
तमिलनाडु में किसानों को सलाह है कि धान और मूंगफली की कटाई हो चुकी हो तो उसे सुरक्षित स्थान पर रखें और खेतों से अतिरिक्त पानी बाहर निकालें. केले और अन्य ऊंचे फसली पौधों को गिरे से बचाने के लिए सहारा दें. केरल में धान, सब्जियों और मसाला फसलों वाले क्षेत्रों में उचित जलनिकासी बनाए रखें. अंडमान-निकोबार में भारी बारिश को देखते हुए सब्जियों और धान के भंडारण को ऊंचे और ढंके स्थानों पर रखें और नई बुवाई से बचें.
पशुपालकों को भारी बारिश और ठंड के दौरान पशुओं को अंदर रखने, सूखा बिछौना देने और चारे को सुरक्षित रखने की सलाह है. वहीं, मछुआरों को 21 से 26 नवंबर तक अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी, गल्फ ऑफ मन्नार और उत्तर तमिलनाडु तट के पास समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी है.
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