हरियाणा में शुक्रवार को अचानक मौसम खराब हो गया. रेवाड़ी समेत कई जिलों में तेज हवाओं के साथ जमकर ओले गिरे. चारों तरफ बर्फ की चादर बिछ गई. तेज हवाओं के साथ काफी देर तक आसमान से बर्फ बरसती रही. ओलावृष्टि के कारण खेतों में खड़ी फसल पूरी तरह चौपट हो गई है. अब फसल तैयार हो गई है, तब उस पर मौसम की मार पड़ रही है. किसानों को इससे भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इस समय खेतों में चारों तरफ सिर्फ ओले ही ओले नजर आ रहे हैं. गेहूं की फसल पूरी तरह जमीन पर गिर गई है. ऐसे में किसानों की रबी सीजन की मेहनत पर पानी फिर गया है.
एक अप्रैल से हरियाणा की मंडियों में गेहूं की खरीद शुरू होनी है और वहीं अभी किसान अपनी सरसों लेकर मंडियों में पहुंच रहे हैं. उससे पहले हुई ये बारिश और ओलावृष्टि उन्हें बड़ा नुकसान पहुंचा गई है. रेवाड़ी जिले के कई गांवों में अभी किसानों की गेहूं की फसल खेतों में ही खड़ी है. ऐसे में हुई ओलावृष्टि से उनकी फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है. अब पानी में भीगने से उसके दाने काले पड़ जाएंगे.
दूसरी ओर, राजस्थान के धौलपुर जिले में लगातार बढ़ रहे तापमान के बीच आज शुक्रवार को इंद्रदेव ने अपना असर दिखा दिया. अचानक तेज आंधी के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया. बारिश के साथ जिले के कई भागों में करीब बीस से पच्चीस मिनट तक ओलावृष्टि हुई. इससे किसानों के खेतों में खड़ी गेहूं फसल में भारी नुकसान की संभावना दिखाई दे रही है. साथ ही धनिया, टमाटर, बैंगन, गाजर और गोभी आदि फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है.
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धौलपुर जिले में मार्च के महीने में लगातार तापमान में वृद्धि हो रही थी. मौसम विभाग ने गर्मी को लेकर अपडेट भी जारी किया था कि आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से बारिश हो सकती है. आज शुक्रवार को तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई. बारिश के साथ जिले के मनियां इलाके के गावों में करीब बीस से पच्चीस मिनट तक हुई ओलावृष्टि ने खेतों में कटने के लिए खड़ी गेहूं की फसल को तबाह कर डाला. साथ ही दस फीसदी खेतों में अभी कटने के लिए सरसों की फसल भी खड़ी है. उसको भी नुकसान हुआ है जिससे किसानों की उम्मीदों पर वज्रपात हो गया है.
किसानों ने बताया कि कड़ी मेहनत कर और महंगे खाद डाल कर रबी फसल को मुकाम तक पहुंचाया था. लेकिन बदले हुए मौसम की मार से बड़ा नुकसान हो गया है. ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे के बाद किसान अब मुआवजे के लिए सरकार की तरफ उम्मीद लगाकर देख रहा है. किसानों ने कहा कि सरकार को प्रशासन से सर्वे कराना चाहिए. सर्वे के बाद किसानों को उचित मुआवजा सरकार देगी तभी राहत मिलेगी.
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