Weather News: उत्तर से लेकर दक्षिण तक दिखेगा साइक्‍लोन मोन्‍था का असर, कई राज्‍यों में हाई अलर्ट 

Weather News: उत्तर से लेकर दक्षिण तक दिखेगा साइक्‍लोन मोन्‍था का असर, कई राज्‍यों में हाई अलर्ट 

मौसम विभाग का अनुमान है कि मोंथा और तेज होगा. इससे आस-पास के राज्यों ने इमरजेंसी और डिजास्टर मैनेजमेंट के उपाय लागू कर दिए हैं. भारी बारिश के अलर्ट की वजह से, आंध्र प्रदेश में स्कूलों की छुट्टियां भी घोषित कर दी गई हैं. विशाखापत्तनम, अनकापल्ले और पश्चिम गोदावरी ज़िलों में दो दिन की छुट्टी घोषित की गई है, जिनके साइक्लोन से सबसे ज्‍यादा प्रभावित होने की उम्मीद है.

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Weather News: उत्तर से लेकर दक्षिण तक दिखेगा साइक्‍लोन मोन्‍था का असर, कई राज्‍यों में हाई अलर्ट आंध्र प्रदेश समेत कई राज्‍यों में हाई अलर्ट

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे डिप्रेशन की वजह से, मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भारत के पूर्वी तट के कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. साइक्‍लोन मोंथा,  इस डिप्रेशन की पहचान अभी एक साइक्लोनिक तूफान के तौर पर हुई है. माना जा रहा है कि जैसे-जैसे यह तट के पास आगे बढ़ेगा, यह 'गंभीर साइक्लोनिक तूफान' में बदल जाएगा. कहा जा रहा है कि मोंथा के बाद, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है. 

आंध्र प्रदेश में हाई अलर्ट 

मौसम विभाग का अनुमान है कि मोंथा और तेज होगा. इससे आस-पास के राज्यों ने इमरजेंसी और डिजास्टर मैनेजमेंट के उपाय लागू कर दिए हैं. भारी बारिश के अलर्ट की वजह से, आंध्र प्रदेश में स्कूलों की छुट्टियां भी घोषित कर दी गई हैं. विशाखापत्तनम, अनकापल्ले और पश्चिम गोदावरी ज़िलों में दो दिन की छुट्टी घोषित की गई है, जिनके साइक्लोन से सबसे ज्‍यादा प्रभावित होने की उम्मीद है. IMD ने तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु के कई जिलों, जिनमें चेन्नई, तिरुवल्लूर और रानीपेट शामिल हैं, के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है. 
 
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को पूरी एडमिनिस्ट्रेटिव मशीनरी को हाई अलर्ट पर रखा है. आईएमडी ने साइक्लोनिक साइक्‍लोन ‘मोंथा’ को देखते हुए सोमवार (27 अक्टूबर) के लिए राज्य के 26 में से 23 जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं. सीनियर अधिकारियों के साथ एक टेलीकॉन्फ्रेंस के दौरान नायडू ने सभी डिपार्टमेंट की तैयारियों का रिव्यू किया. नायडू ने अधिकारियों को यह पक्का करने का निर्देश दिया कि बिजली सप्लाई, टेलीकॉम कनेक्टिविटी या पीने के पानी के सिस्टम में कोई रुकावट न आए. 

दिल्ली में और खराब हुई हवा 

दिल्ली की एयर क्वालिटी रविवार को 'बहुत खराब' कैटेगरी में चली गई, जबकि पारा गिरकर 15.8 डिग्री सेल्सियस पर आ गया. यह पिछले दो सालों में अक्टूबर में दर्ज किया गया सबसे कम तापमान है. शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 324 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' कैटेगरी में आता है. एक दिन पहले यह 292 था। पिछले दो दिनों से AQI 'खराब' था.  दिल्ली के आनंद विहार में 429 रीडिंग के साथ 'गंभीर' AQI दर्ज किया गया, इसके बाद वजीरपुर में 400 रीडिंग के साथ दूसरा स्थान रहा. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के समीर ऐप के डेटा के अनुसार, शहर भर के 28 मॉनिटरिंग स्टेशनों ने 300 से ज्यादा रीडिंग के साथ 'बहुत खराब' एयर क्वालिटी बताई. मौसम विभाग  (IMD) के अनुसार, न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.4 डिग्री कम है. अक्टूबर 2023 में, न्यूनतम तापमान 15.9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था. सुबह 8.30 बजे दिल्ली में नमी 66 प्रतिशत थी. 

यूपी में बारिश की आशंका 

अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बन रहे वेदर सिस्‍टम की वजह से उत्तर प्रदेश में भी मौसम बदलने वाला है. राज्‍य में कई जिलों में बादल छाए रहने की आशंका है. मौसम विभाग का कहना है कि सोमवार को बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी के कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना है. साथ ही 27 से 31 अक्तूबर के बीच प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है. मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना गहन अवदाब तेजी से प्रबल होकर गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल रहा है. इसके असर से 29 से 31 अक्तूबर के बीच पूर्वांचल के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बन रही है. 

हिमाचल में पश्चिमी विक्षोभ का असर 

हिमाचल प्रदेश में भी मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. राज्‍य के कई हिस्‍सों में शनिवार और रविवार को धूप खिली रही लेकिन मौसम विज्ञान ने एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का पूर्वानुमान जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार यह नया सिस्‍टम पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा. इसकी वजह से राज्य के ऊंचे और निचले कई हिस्सों में बरसात के साथ-साथ बर्फबारी होने की संभावना है. शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि 31 अक्टूबर तक मौसम मुख्य तौर पर साफ बना रहेगा. लेकिन आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ की दस्तक से मौसम करवट लेगा और राज्य के कई हिस्‍सों में बारिश और बर्फबारी देखने को मिल सकती है. 

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