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UP: किसानों को मुफ्त मिलेगी मोटे अनाजों की मिनी कीट, जानें क्या है पूरी योजना

UP: किसानों को मुफ्त मिलेगी मोटे अनाजों की मिनी कीट, जानें क्या है पूरी योजना

उत्तर प्रदेश में मोटे अनाज की खेती को तेजी से बढ़ाने के लिए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 'उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार योजना' बनाई है. इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को मुफ्त बीज कीट देने की तैयारी है. प्रदेश में इस बार 37000 मिनी कीट तैयार की जा रही है.

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मोटा अनाज की मिनी कीट मोटा अनाज की मिनी कीट

उत्तर प्रदेश में मोटे अनाजों की खेती को तेजी से बढ़ावा देने के लिए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 'उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार योजना' बनाई है. इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को मुफ्त बीज कीट देने की तैयारी है. प्रदेश में इस बार 37000 मिनी कीट तैयार की जा रही है. प्रदेश सरकार मिनी कीट के माध्यम से बाजरा ज्वार, कोदो और सावा के उत्पादन को बढ़ाने के लिए किसानों को मुफ्त बीज देगी. उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के तहत श्री अन्न योजना का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए सरकार काम कर रही है. वहीं इस बार राज्य भर में किसानों को 50 फीसदी की सब्सिडी पर जायद फसल के बीज भी वितरित किए जा रहे हैं.

किसानों को मुफ्त मिलेगी मोटे अनाजों की मिनी कीट

उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार योजना (UPMRP) के तहत इस बार सावा, कोदो, ज्वार और बाजरा की मिनी कीट किसानों को दी जाएगी. उत्तर प्रदेश में मोटा अनाज के प्रभारी अधिकारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि सावा, कोदो, ज्वार के बीज की 3 किलो की कीट बनाई जा रही है, जबकि बाजरा की 2 किलो की बीज कीट है. कुल 37000 मिनी कीट तैयार की जा रही है जो किसानों को वितरित की जाएगी. सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2023- 24 में मोटे अनाज के उत्पादन में वृद्धि हो.

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मोटे अनाज के रूप में बाजरे की होती है सबसे ज्यादा खेती

उत्तर प्रदेश में मोटे अनाज के रूप में बाजरे की खेती सबसे ज्यादा भू-भाग पर होती है. प्रदेश में करीब ढाई लाख हेक्टेयर भूमि पर बाजरे की खेती हो रही है. वहीं इस बार सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद भी की है. सरकार के द्वारा 50 हजार मीट्रिक टन बाजरे की खरीद भी की गई है जिससे किसान भी खेती की तरह तेजी से प्रोत्साहित हुए हैं. 

मोटे अनाज से बढ़ेगी किसानों की आय

अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के चलते लोगों के द्वारा मोटे अनाजों का उपयोग बढ़ा है. ज्वार, बाजरा, सावा, कोदो ऐसे अनाज हैं जो फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर होते है. मोटे अनाज से कुपोषण दूर होता है. वही आने वाले समय में मोटे अनाज के उत्पादन से किसानों आय में भी इजाफा होगा. लखनऊ मंडल के संयुक्त कृषि निदेशक डीपी सिंह ने बताया कि मोटे अनाज की मांग में तेजी से इजाफा हो रहा है. इसलिए जो भी किसान मोटे अनाज की खेती कर रहे हैं उनकी आय में भी बढ़ोतरी होगी. वही मोटे अनाज की खेती में लागत कम और मुनाफा ज्यादा है.