क्या आप भी पीएम किसान ट्रैक्टर योजना 𝐏𝐌 𝐊𝐢𝐬𝐚𝐧 𝐓𝐫𝐚𝐜𝐭𝐨𝐫 𝐘𝐨𝐣𝐚𝐧𝐚 के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं? क्या आप भी पीएम किसान ट्रैक्टर योजना के अंतर्गत फायदा लेने के बारे में सोच रहे हैं? क्या आप भी उन किसानों में शामिल हैं जो pm kisan tractor yojana के बारे में लोगों से पता कर हैं? अगर इन सभी सवालों के जवाब हां हैं तो कृपया आप सावधान हो जाएं. ये सावधानी बरतने की सलाह खुद सरकार ने जारी की है. सरकार ने पीएम किसान ट्रैक्टर योजना को फर्जी बताया है.
सरकार की ओर से इस फर्जी योजना के बारे में पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) में जानकारी दी गई है. पीआईबी फैक्ट चेक सरकार की ओर से चलाया जाने वाला अभियान है जिसमें फर्जी और वाहियात खबरों की सच्चाई बताई जाती है. पीआईबी फैक्ट चेक के जरिये सरकार लोगों को आगाह करती है और असली-फर्जी में अंतर बताती है. आजकर फर्जी खबरों की बाढ़ आ गई है जिससे आम आदमी परेशान रहता है. उसी परेशानी को दूर करने के लिए पीआईबी फैक्ट चेक चलाया जा रहा है. इस फैक्ट चेक में सरकार ने पीएम किसान ट्रैक्टर योजना यानी कि PM Kisan Tractor Yojana को गलत बताया है.
A #fake website is claiming to provide tractor subsidies to farmers under the Ministry of Agriculture's '𝐏𝐌 𝐊𝐢𝐬𝐚𝐧 𝐓𝐫𝐚𝐜𝐭𝐨𝐫 𝐘𝐨𝐣𝐚𝐧𝐚'#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 22, 2023
This website is fraudulent and should not be trusted
@AgriGoI is not running any such scheme. pic.twitter.com/W8NClXHHcT
PIB Fact Check से जुड़े एक एक्स (ट्वीट) में सरकार ने लिखा है, एक फर्जी वेबसाइट किसानों को कृषि मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही पीएम किसान ट्रैक्टर योजना के तहत ट्रैक्टर खरीदने पर सब्सिडी दे रही है, जो कि पूरी तरह से गलत दावा है. सरकार ने कहा है कि यह वेबसाइट फर्जी है और उसका दावा भी फर्जीवाड़ा है. सरकार का कहना है कि यह वेबसाइट फ्रॉड करने वाली है और उसके दावे पर भरोसा नहीं कर सकते. सरकार के मुताबिक, केंद्रीय कृषि मंत्रालय ऐसी कोई स्कीम नहीं चला रही है.
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एक ऐसा ही फर्जी मैसेज सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया है कि सरकार पीएम मुद्रा योजना PM Mudra Yojana के अंतर्गत लोगों को 20,55,000 रुपये का लोन दे रही है. लेकिन सरकार ने इस दावे की हकीकत बताते हुए इस मैसेज को पूरी तरह से फर्जी करार दिया है. फैक्ट चेक में सरकार ने कहा है कि यह मैसेज फेक यानी कि फर्जी है. सरकार ने यह भी कहा है कि लोन देने के नाम पर अगर किसी लिंक पर क्लिक करने को कहा जाए तो ऐसा बिल्कुल न करें. न ही किसी भी ईमेल या एसएमएस का जवाब दें. अगर ऐसा करते हैं तो भारी आर्थिक नुकसान हो सकता है.
दरअसल, ऐसे फर्जी मैसेज के जरिये जालसाज आम लोगों को ठगने का काम करते हैं. बड़े-बड़े दावे कर या तो लोगों से पैसे ऐंठे जाते हैं या फिर एसएमएस या ईमेल पर जरूरी जानकारी मांगी जाती है. अगर कोई व्यक्ति ऐसे मैसेज के झांसे में आ जाए तो उसके बैंक की डिटेल चुरा ली जाती है और बाद में खाते से पैसे गायब हो जाते हैं. इसलिए सरकार हमेशा से हिदायत देती रही है कि सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी मैसेज से सावधान रहें और अपनी कोई भी जानकारी किसी को भी, किसी भी माध्यम के जरिये शेयर न करें.
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