सब्ज़ियां अब मौसम की मोहताज नहीं: रंग ला रही योगी सरकार की ग्रीन हाउस पहल

सब्ज़ियां अब मौसम की मोहताज नहीं: रंग ला रही योगी सरकार की ग्रीन हाउस पहल

UP News: अब किसान सिर्फ रबी या खरीफ के चक्र में फंसे नहीं रहेंगे. टमाटर, मिर्च, शिमला मिर्च, खीरा, बीन्स जैसी सब्जियों के साथ-साथ कुछ अनाज भी ऑफ सीजन में उगाए जा सकेंगे. ग्रीन हाउस तकनीक फसल को गर्मी, सर्दी और बारिश के मौसमों में नुकसान से बचाती है. इससे उत्पादन भी अधिक होता है और गुणवत्ता भी बेहतर मिलती है.

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सब्ज़ियां अब मौसम की मोहताज नहीं: रंग ला रही योगी सरकार की ग्रीन हाउस पहलयूपी के 44 जिलों में इनोवेटिव खेती करेंगे किसान

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के संकल्प के साथ अब खेती में हाईटेक क्रांति लाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रही है. राज्य के 44 जिलों में अब ग्रीन हाउस और पॉली हाउस तकनीक से खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे किसान हर मौसम में पौष्टिक सब्जियां और फसलें उगा सकेंगे.

आधुनिक खेती की ओर बढ़ते कदम

लखनऊ, बहराइच, सुल्तानपुर, बाराबंकी, सीतापुर, अमेठी जैसे जिलों समेत कुल 44 जिलों में किसानों को संरक्षित खेती के लिए ग्रीन हाउस व पॉली हाउस की सुविधा दी जा रही है. इनमें से 24 जिलों में निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि शेष 20 जिलों में काम तेज़ी से चल रहा है.

मौसम पर नहीं, तकनीक पर निर्भर होगी पैदावार

अब किसान सिर्फ रबी या खरीफ के चक्र में फंसे नहीं रहेंगे. टमाटर, मिर्च, शिमला मिर्च, खीरा, बीन्स जैसी सब्जियों के साथ-साथ कुछ अनाज भी ऑफ सीजन में उगाए जा सकेंगे. ग्रीन हाउस तकनीक फसल को गर्मी, सर्दी और बारिश के मौसमों में नुकसान से बचाती है. इससे उत्पादन भी अधिक होता है और गुणवत्ता भी बेहतर मिलती है.

किसानों को मिलेगा प्रशिक्षण और सब्सिडी 

अब तक 37 ग्रीन हाउस तैयार हो चुके हैं और 29 निर्माणाधीन हैं. राज्य सरकार ‘कृषि अवसंरचना निधि योजना’ और ‘एकीकृत बागवानी विकास मिशन’ के तहत इस परियोजना को अंजाम दे रही है. किसानों को न केवल प्रशिक्षण दिया जा रहा है, बल्कि पॉली हाउस और ग्रीन हाउस बनाने के लिए 50% तक सब्सिडी भी दी जा रही है. खेती अब परंपरा से आगे बढ़कर तकनीक आधारित पेशा बन रही है। योगी सरकार की इस पहल से न केवल किसान आत्मनिर्भर बन रहे हैं, बल्कि प्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था को भी नया बल मिल रहा है।

ये जिले बन गए उदाहरण

लखनऊ में 3, बागपत 4, सहारनपुर 3, मेरठ 3, बहराइच 2, शामली 1, एटा 1, बरेली 2, कासगंज 2, कौशांबी 1, हरदोई 2, मिर्जापुर 1, उन्नाव 1, अलीगढ़ 1, शाहजहांपुर 1, सुल्तानपुर 1, कानपुर नगर 1, बाराबंकी 1, मुजफ्फरनगर 1, खीरी 1, सीतापुर 1, अमेठी 1, आगरा 1, गाजीपुर 1 ग्रीन हाउस बनकर तैयार है।

इन जिलों में तेजी से किया जा रहा निर्माण  

उन्नाव में 2, पीलीभीत 3, मुरादाबाद 2, हापुड़ 1, लखनऊ 2, चंदौली 2, शाहजहांपुर 1, बरेली 1, श्रावस्ती 1, सहारनपुर 2, मेरठ 1, मुजफ्फरनगर 1, बाराबंकी 2, शामली 2, बुलंदशहर 1, हमीरपुर 1, अलीगढ़ 1, गाजीपुर 1, कानपुर नगर 1, कन्नौज में 1 ग्रीन हाउस का निर्माण तेजी से किया जा रहा.

उत्तर प्रदेश अब परंपरागत खेती से आगे बढ़कर प्रगतिशील खेती की मिसाल बन रहा है. सरकार और किसान, दोनों मिलकर तकनीकी खेती के इस नवाचार को जमीनी हकीकत बना रहे हैं.

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