उत्तर प्रदेश सरकार का पशुपालन, दुग्ध एवं मत्स्य विभाग लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना रवैये को लेकर सख्त कार्रवाई के मूड में है. बीते दिनों विभागीय समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने की कीमत इटावा जिले के मत्स्य निरीक्षक हिमांशु यादव को निलंबन के रूप में चुकानी पड़ी.
प्रमुख सचिव पशुपालन अमित कुमार घोष की अध्यक्षता में आयोजित मत्स्य और दुग्ध विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में हिमांशु यादव की गैरमौजूदगी को गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए, उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया गया.
इस आदेश की अनुपालना प्रयागराज के डिप्टी डायरेक्टर (डीडी) मत्स्य विजय पाल द्वारा की गई. जिनके पास वर्तमान में इटावा जनपद का भी अतिरिक्त प्रभार है. इंडिया टुडे के 'किसान तक' से खास बातचीत में उत्तर प्रदेश के निदेशक मत्स्य नुरूस्सबूर रहमानी ने इस कार्रवाई की पुष्टि की.
गौरतलब है कि राज्य सरकार मत्स्य और दुग्ध उत्पादन को ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार मानती है. ऐसे में इस क्षेत्र में लापरवाही को सीधे शासन की प्राथमिकता से खिलवाड़ माना जा रहा है. इस घटना से अन्य जनपदों के अधिकारी भी सतर्क हो गए हैं. विभागीय सूत्रों के अनुसार, अब हर बैठक में उपस्थिति और प्रगति रिपोर्ट दोनों को कड़ाई से मॉनिटर किया जाएगा.
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