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कृषि विभाग की बेहतरीन स्कीम, अब यहां के किसान करेंगे इस विदेशी फ्रूट की खेती और होंगे मालामाल

कृषि विभाग की बेहतरीन स्कीम, अब यहां के किसान करेंगे इस विदेशी फ्रूट की खेती और होंगे मालामाल

स्ट्रॉबेरी एक विदेशी फ्रूट है, लेकिन अब भारत में भी किसान इसकी खेती कर रहे हैं. बुवाई करने के 70 दिन बाद फसल में फल आने शुरू हो जाते हैं. अगर आप एक एकड़ में इसकी खेती करते हैं, तो 2 से 3 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं. ऐसे स्ट्रॉबेरी खाने में खट्टा-मीठा होता है. इसमें कई सारे जरूरी पोषक तत्वों पाए जाते हैं.

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स्ट्रॉबेरी की खेती से किसान होंगे मालामाल. (सांकेतिक फोटो) स्ट्रॉबेरी की खेती से किसान होंगे मालामाल. (सांकेतिक फोटो)

महाराष्ट्र के पुणे जिले में आदिवासी इलाके के किसान अब स्ट्रॉबेरी की खेती करेंगे. इसके लिए कृषि विभाग जिले के 30 आदिवासी बस्तियों में स्ट्रॉबेरी क्लस्टर का निर्माण करेगा. इस कलस्टर के माध्यम से किसानों को स्ट्रॉबेरी की खेती करने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी. कृषि विभाग की माने तो पुणे जिले के भीमाशंकर का मौसम स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए अनुकूल है. ऐसे में अगर यहां के आदिवासी किसान स्ट्रॉबेरी की खेती करते हैं, तो बंपर उत्पादन होगा. साथ ही किसानों की इनकम भी बढ़ जाएगी.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कृषि विभाग किसानों को ट्रेनिंग देने के साथ-साथ स्ट्रॉबेरी की खेती के ऊपर अनुदान भी देगा. खास बात यह है कि यह पहली बार नहीं है, जब सरकार ने यहां के आदिवासी किसानों के लिए इस तरह के उद्यम की योजना बनाई है. इससे पहले साल 2008-2009 में भी कृषि विभाग ने आदिवासी बस्तियों के लिए इसी तरह की योजना शुरू की थी. लेकिन तब स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए कुछ ही किसान मिले थे. सरकारी सब्सिडी के अभाव और बिक्री के लिए मार्केट सुविधान नहीं होने के चलते किसानों ने स्ट्रॉबेरी की खेती छोड़ दी. लेकिन 13 साल बाद कृषि विभाग ने स्ट्रॉबेरी खेती को लेकर एक बार फिर से नई योजना शुरू की है.

किसानों को होगा बंपर मुनाफा

अंबेगांव तहसील के पूर्व कृषि अधिकारी हीरामन सेवले का कहना है कि साल 2008-2009 में भी यहां के आदिवासी किसानों को स्ट्रॉबेरी की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया गया था, क्योंकि  बांध के बैकवाटर में बस्तियों में सर्दियों में तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम होता है, जो स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए उपयुक्त है. अगर अनुदान और मार्केटिंग के अवसर मिले तो कुछ किसान इसकी खेती कर सकते हैं. अधिकारी ने कहा कि इलाके में भीमाशंकर फलों का एकमात्र बाजार है, जहां देश भर से श्रद्धालु मंदिर आते हैं.  ऐसे में यहां पर स्ट्रॉबेरी की खेती करने वाले किसानों की अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है.

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70 दिनों में तैयार हो जाती है फसल

स्ट्रोबेरी एक विदेशी फ्रूट है, लेकिन अब भारत में भी किसान इसकी खेती कर रहे हैं. बुवाई करने के 70 दिन बाद फसल में फल आने शुरू हो जाते हैं. अगर आप एक एकड़ में इसकी खेती करते हैं, तो 2 से 3 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं. ऐसे स्ट्रॉबेरी खाने में खट्टा-मीठा होता है. इसमें कई सारे जरूरी पोषक तत्वों पाए जाते हैं. इसमें विटामिन सी, मैंगनीज, फोलेट और पोटेशियम भरपूर मात्रा में उपलब्ध होता है. ऐसे में अगर आप स्ट्रॉबेरी का सेवन कते हैं, तो आपका शरीर मजबूत और तरोताजा रहेगा.

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