देश के लगभग सभी राज्यों में गेहूं की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है. ऐसे में कई राज्य गेहूं की खरीद करने की तैयारी में लग गए हैं. वहीं, हरियाणा में गेहूं की खरीद शुरू होने में अब केवल 11 दिन बचे हैं, ऐसे में कृषि और किसान कल्याण विभाग ने मेरी फसल, मेरा ब्योरा (एमएफएमबी) पोर्टल पर किसानों का रजिस्ट्रेशन करवाने के प्रयास तेज कर दिए हैं. बता दें कि सरकारी अनाज मंडियों में अपनी फसल बेचने के लिए किसानों के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है, लेकिन राज्य के हजारों किसान अभी भी रजिस्ट्रेशन से वंचित हैं.
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए, विभाग ने रजिस्ट्रेशन शिविरों की संख्या बढ़ा दी है. इसके अलावा विभाग के लोग घर-घर जाकर संपर्क कार्यक्रम शुरू किए हैं. साथ ही फोन कॉल के माध्यम से किसानों से सक्रिय रूप से संपर्क कर रहे है. हालांकि, कई किसानों ने अभी तक अपनी जमीन का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, जिससे खरीद के दौरान देरी और दिक्कतें हो सकती हैं.
आंकड़ों के अनुसार 20 मार्च तक कुल 10,83,448 किसानों ने 62,80,694 एकड़ कृषि भूमि को मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्टर्ड किया गया है, जिसमें फसलवार रजिस्ट्रेशन का विवरण इस प्रकार है: गेहूं (44.22 लाख एकड़), सरसों (16.78 लाख एकड़), चना (26,429 एकड़), जौ (19,368 एकड़), गन्ना (10,362 एकड़) और शेष भूमि पर अन्य फसलें शामिल हैं.
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जिलों के हिसाब से सिरसा 7.54 लाख एकड़ रजिस्टर्ड भूमि के साथ शीर्ष पर है, इसके बाद हिसार (5.74 लाख एकड़), भिवानी (5.63 लाख एकड़), फतेहाबाद (4.17 लाख एकड़), करनाल (4.11 लाख एकड़), कैथल और जींद (3.66 लाख एकड़ प्रत्येक) का स्थान है.
अकेले गेहूं के लिए 44.22 लाख एकड़ का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जिसमें सिरसा (5.62 लाख एकड़), हिसार (4 लाख एकड़), करनाल (3.89 लाख एकड़) और फतेहाबाद (3.79 लाख एकड़) सबसे आगे हैं. सबसे कम गेहूं का रजिस्ट्रेशन फरीदाबाद (32,503 एकड़) और पंचकूला (26,400 एकड़) में हुआ है.
कृषि उपनिदेशक (डीडीए) डॉ. वजीर सिंह ने किसानों से जल्द से जल्द अपना रजिस्ट्रेशन पूरा करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि हमने यह सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रयासों में तेजी ला दी है कि हर पात्र किसान अपनी जमीन और फसल को MFMB पोर्टल पर रजिस्टर्ड कराए. रजिस्ट्रेशन के बिना किसान अपनी उपज अनाज मंडियों में नहीं बेच पाएंगे. हमारी टीमें घर-घर जाकर जागरूकता अभियान चला रही हैं और प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन शिविरों का आयोजन कर रही हैं.
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