PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (31 दिसबंर) को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देश के लोगों को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात में 2023 की उपलब्धियों की चर्चा की. वहीं उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष में विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के स्टार्टअप्स की चर्चा करते हुए इसे लाइफस्टाइल हेल्थ इनोवेशन की दिशा में बड़ा कदम बताया. पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारी साझा यात्रा का 108वां एपिसोड है.
लाइफस्टाइल डिसीज पर विशेष रूप से चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने फिट इंडिया मूवमेंट की भी चर्चा की. वहीं इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेट्स में लखनऊ के किरोज फूड्स, प्रयागराज के ग्रैंड माम्लेट्स और न्यूट्रास्युटिकल्स जैसे कई स्टार्टप्स की तारीफ भी की. प्रधानमंत्री ने हाल ही में काशी तमिल संगमम के दौरान एआई तकनीक की मदद से हुए उनके रियल टाइम हिन्दी और तमिल संबोधन को भी क्रांतिकारी बताया.
उन्होंने उम्मीद जताई कि काशी तमिल संगमम में हुए इस इनोवेशन से आने वाले समय में स्कूलों, अस्पतालों और न्यायालयों में बहुभाषीय संवाद कायम करने में बहुत मदद मिलेगी. पीएम ने 22 जनवरी 2024 को होने जा रहे रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले युवाओं से अपील की कि सोशल मीडिया को राममय किया जाना चाहिए. पीएम ने भगवान राम को समर्पित गीतों को इसका एक बेहतरीन जरिया बताते हुए अपील की कि #ShriRamBhajan टैग के जरिए प्रभु श्रीराम के भजनों को सोशल मीडिया पर शेयर किया जाए.
प्रधानमंत्री ने इसके अलावा नारी शक्ति वंदन अधिनियम, भारत का विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना, जी-20 की सफलता, दीपावाली पर रिकॉर्ड कारोबार, वोकल फॉर लोकल, चंद्रयान-3 की सफलता. ऑस्कर में नाटू नाटू और एलिफेंट व्हिस्पर्स को मिले पुरस्कार, अंतरराष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ियों की उपलब्धियों, क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत के शानदार प्रदर्शन की भी चर्चा की. उन्होंने आजादी का अमृत महोत्सव, मेरी माटी मेरा देश, 70 हजार अमृत सरोवरों के निर्माण को सामूहिक उपलब्धि बताया. पीएम मोदी ने कहा कि हमें 2023 की उपलब्धियों से प्रेरणा लेकर नये संकल्पों को लेना होगा. प्रधानमंत्री ने मेंटल हेल्थ को लेकर भी मन की बात में विशेष चर्चा की और आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए इसमें बड़े बदलावों की उम्मीद जताई.
पूरी दुनिया में भारत का मोटा अनाज चर्चा का विषय बना. लोगों ने मिलेट्स उगाने और खाने को लेकर जिस तरह की जागरुकता देखी, वैसा पहले कभी नहीं हुआ था. कई जगहों पर किसानों ने भी दोबारा से मिलेट्स उगाना शुरू किया. मिलेट्स के कई नए स्टार्टअप भी आए. साल खत्म हो रहा है और मिलेट्स की चर्चा अब भी जारी है. इस साल ने सिर्फ मिलेट्स ही नहीं खेती-किसानी की दुनिया में और भी कई बड़े पड़ाव जोड़े.
शुरुआत करेंगे मिलेट्स के साथ क्योंकि इस साल की शुरुआत भी हुई खेती की दुनिया में मिलेट्स क्रांति के साथ. दुनिया भर में साल 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स के तौर पर मनाया गया. सरकार का पूरा फोकस रहा कि देश के कोने-कोने तक मिलेट्स को लेकर जागरुकता अभियान चलाए जाएं और लोगों को इसके बारे में खूब जानकारी दी जाए. मिलेट्स से बने प्रोडक्ट्स पर भी जीएसटी में कटौती करते हुए 18 फीसदी की जगह 5 फीसदी कर दिया गया. वहीं,कई मौकों पर खुद प्रधानमंत्री मोदी मंच से मिलेट्स के फायदों के बारे में बात करते दिखे. इसी साल हुए जी-20 सम्मेलन में भी विदेशी मेहमानों को मिलेट्स के व्यंजन परोसे गए. इसके साथ ही मिलेट्स मिशन के तहत देश भर में मोटे अनाज की खेती और खपत को प्रोत्साहित किया जा रहा है. राज्य सरकारें भी मोटे अनाज को बढ़ावा दे रही हैं. कई प्रदेशों में किसानों को मोटे अनाज के बीज भी फ्री दिए जा रहे हैं.
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