पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त को लेकर जल्द ही खुशखबरी मिल सकती है. इसके पहले सरकार की तरफ से किसानों को कई प्रक्रियाएं पूरी करने के लिए कहा गया है, ताकि 2000 रुपये की किस्त खाते में राशि भेजी जा सके. इसके लिए एक नारा दिया गया है- एक बार फिर मुस्कुराएंगे किसान, जब खाते में पहुंचेगा किसान सम्मान. मालूम हो कि पिछली बार 18 जून को किसानों के खाते में 17वीं किस्त भेजी गई थी. इस बार इस योजना की 18वीं किस्त का लाभ करीब 12 करोड़ किसानों को मिलेगा.
केंद्र सरकार साल 2019 से पीएम किसान सम्मान निधि योजना को चला रही है, जिसके तहत छोटे और सीमांत किसानों को साल में 6000 रुपये दिए जाते हैं. ये राशि 2000 रुपये की तीन समान किस्तों में 4 माह के अंतराल में डीबीटी के माध्यम से सीधे किसानों के खाते में भेजी जाती है. सेंट्रल सेक्टर स्कीम होने के कारण इस योजना का पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन करती है. ऐसे में 18वीं किस्त से पहले इन कामों को पूरा कर लें...
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त का लाभ लेने के लिए ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करना बेहद जरूरी है. यह काम अधूरा रहने पर किस्त का पैसा अटक सकता है. इसे पूरा करने के लिए आप पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ई-केवाईसी के विकल्प पर जाकर पूरा कर सकते हैं. यह एक आधार ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड)आधारित प्रक्रिया है, जिसमें आप ओटीपी के माध्यम से आवेदन का सत्यापन किया जाता है. वहीं, खुद इस प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो अपने नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर इसे पूरा करा सकते हैं.
पीएम किसान सम्मान निधि की राशि सीधे लाभार्थी के खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजी जाती है. इसके लिए बैंक खाते का आधार से लिंक (जुड़ा) होना अनिवार्य है. अगर आपने योजना में आवेदन दिया है तो इसकी जांच कर लें. आवेदक UIDAI की वेबसाइट पर जाकर इसकी जांच कर सकते हैं या अपने बैंक में जाकर इसकी जानकारी हासिल कर सकते हैं. खाता आधार से जुड़ा न होने पर बैंक में फॉर्म भरकर आवेदन करें. वहीं, साथ में खाते में डीबीटी का विकल्प चालू करवा लें अन्यथा किस्त खाते में नहीं आ पाएगी.
इस सबके अलावा पीएम किसान योजना के लिए भूमि सत्यापन की प्रक्रिया बेहद जरूरी है. किसान जमीन की रजिस्ट्री की प्रक्रिया में टालमटोल न करें. जमीन सत्यापित नहीं होने पर किस्त का पैसा अटक जाएगा.
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