केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना सीमांत और कम जोत वाले किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए शुरू की है. इस योजना के तहत सरकार गरीब किसानों को साल में 6 हजार रुपये देती है. ये रुपये तीन समान किस्तों में कर के जारी किए जाते हैं. लेकिन अब इस योजना में फर्जीवड़ा भी होने लागा है. पैसे वाले और अमीर किसान भी फर्जी तरीके से पीएम किसान का लाभ उठा रहे हैं. इससे केंद्र सरकार को आर्थिक नुकसान हो रहा है.
उत्तर प्रदेश में शामली जिले में करीब 4808 फर्जी लाभार्थी पीएम किसान योजना का लाभ उठा चुके हैं. खास बात यह है कि फर्जी लाभार्थी सरकार को टैक्स भी देते हैं. जबकि, टैक्सपेयर को इस योजना से बाहर रखा गया है. यानी टैक्सपेयर पीएम किसान योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं. कहा जा रहा है कि ये फर्जी लाभार्थी करीब पीएम किसान की 9 किस्त अभी तक उठा चुके हैं. अब केंद्र सरकार इन फर्जी टैक्सपेयर्स से पीएम किसान की राशि वसूलेगी.
जानकारी के मुताबिक, 4808 फर्जी लाभार्थियों ने केंद्र सरकार को करीब 1 करोड़ 32 लाख 34 हजार रुपये का चूना लगाया है. अब सरकार इनसे इतनी ही रकम वसूलेगी. वहीं, कृषि विभाग ने टैक्सपेयर किसानों को पीएम किसान की राशि वापस करने के लिए नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है. यदि ये किसान पीएम किसान की राशि वापस नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.
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खास बात यह है कि इन फर्जी लाभार्थियों में कुछ मतृक किसानों का नाम भी शामिल है. मृतक 396 किसानों के आश्रितों ने 26.24 लाख रुपये सरकार को पास किया है. इसके अलाव 30 अन्य किसानों ने भी लाखों रुपये की राशि वापस की है. जबकि, 4808 किसानों ने अभी तक 1 करोड़ 32 लाख 34 हजार रुपये की राशि नहीं लौटाई है. वहीं, उप कृषि निदेशक प्रमोद कुमार ने बताया कि टैक्सपेयर किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त लौटाने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है.
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