प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम पीएम किसान स्कीम (PM Kisan Scheme) की 15वीं किस्त जल्द ही आने वाली है. इसके तहत अब तक किसानों को 2.5 लाख करोड़ रुपये उनके खाते में दिए गए हैं. लेकिन अब बड़ी संख्या में इसमें से अपात्र किसान हटा दिए गए हैं. लगभग दो करोड़ किसानों को इस योजना से अपात्र मानकर उन्हें बाहर किया गया है. जो पात्र हैं उन्हें पैसा मिलेगा. पहले पीएम किसान का पैसा 11 करोड़ लोगों को मिलता था, जो अब सिर्फ 9 करोड़ लोगों को भी नहीं मिल रहा है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार की एक पहल है जो किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करके उनकी मदद करती है. पीएम मोदी ने 24 फरवरी, 2019 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पीएम-किसान योजना की शुरुआत की थी. केंद्र सरकार इस योजना के तहत सालाना हर किसान को 6000 रुपये देती है. सरकार का कहना है कि पात्र किसानों को ही पैसा दिया जाएगा, अपात्रों को नहीं.
कुछ किसान ऐसे भी हैं जिन्हें पात्र होने के बाद भी पैसा नहीं मिल रहा है क्योंकि वेरिफिकेशन नहीं हुआ है. इससे उन्हें पैसा नहीं मिल रहा है. इसमें राज्य सरकारों की लापरवाही है. ऐसे लोगों के खिलाफ आप अपने राज्य के सीएम या केंद्रीय कृषि मंत्रालय को लिखित शिकायत भेज सकते हैं. पीएम किसान योजना की हेल्पलाइन (011-24300606, 155261) से भी मदद ले सकते हैं. अब 15वीं किस्त आने से पहले जांच लें कि आप पात्र हैं या नहीं. इसके लिए आप स्टेटस देख सकते हैं.
ये भी पढ़ें: PM Kisan: अब मोबाइल पर चेहरा दिखाने से हो जाएगी eKYC, 12 स्टेप्स में समझें पूरी डिटेल्स
पीएम किसान योजना का पूरा सिस्टम ऑटोमेटिक है. उसमें एक स्पेलिंग की गलती भी भारी पड़ेगी. इसलिए जिस किसान के कागजात सही रहेंगे उन्हें पैसा मिलेगा. बाकी आवेदकों को नहीं पैसा नहीं मिलेगा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीएम किसान योजना में पेंशन पाने वालों और सरकारी कर्मचारियों का भी रिकॉर्ड जोड़ दिया गया है. इनकम टैक्स देने वालों का भी रिकॉर्ड सरकार के पास है. इसलिए आसानी से दो करोड़ लोगों को बाहर किया गया है. इसमें आयकरदाता और सरकारी कर्मचारी शामिल हैं.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today