पीएम जनधन योजना ने अपनी शुरुआत के आज 10 साल पूरे कर लिए हैं. इन 10 साल में योजना के तहत जरूरतमंद लोगों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने में कामयाबी मिली है. योजना के तहत बैंक खातों की संख्या मार्च 2015 में 14.72 करोड़ से लगभग चार गुना बढ़कर 16 अगस्त 2024 तक 53.13 करोड़ पहुंच गई है. खास बात यह है कि इनमें से 66 फीसदी खाते ग्रामीण इलाकों के लोगों और कस्बों में रहने वालों के हैं. केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 तक 3 करोड़ नए खाते और खोले जाएंगे.
वित्त मंत्रालय के अनुसार गरीब तबके के साथ ही हर क्षेत्र के लोगों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने के लिए 28 अगस्त 2014 को पीएम जनधन योजना की शुरुआत की गई थी. आज 28 अगस्त 2024 को योजना ने 10 साल पूर कर लिए हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान जनधन योजना के तहत करीब 3 करोड़ नए खाते खोले जाने की संभावना है.
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पीएम जन धन योजना के तहत बैंक खातों की संख्या मार्च 2015 में 14.72 करोड़ से लगभग चार गुना बढ़कर 16 अगस्त 2024 तक 53.13 करोड़ हो गई है. जनधन योजना के तहत कुल जमा राशि मार्च 2015 तक 15,670 करोड़ रुपये से बढ़कर अगस्त 2024 तक 2.31 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है. बताया गया कि 80 फीसदी खाते एक्टिव हैं.
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि यह जानकर खुशी हो रही है कि 67 फीसदी खाते ग्रामीण या कस्बाई क्षेत्रों में खोले गए हैं और 55 फीसदी खाते महिलाओं के हैं. कुल 53.13 करोड़ जनधन खातों में से 29.56 करोड़ यानी 55.6 फीसदी महिला खाताधारक हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि हमारा टारगेट चालू वित्त वर्ष के दौरान 3 करोड़ से अधिक पीएम जन धन खोते खोलना है. 14 अगस्त 2024 तक देश में 173 करोड़ से अधिक ऑपरेटिव CASA खाते थे, जिनमें 53 करोड़ से अधिक ऑपरेटिव PMJDY खाते शामिल हैं.
मंत्रालय ने कहा कि आज सभी गांवों में से 99.95 फीसदी में बैंकिंग टच पॉइंट (बैंक शाखाओं, एटीएम, बैंकिंग संवाददाता (बीसी) और भारतीय डाक भुगतान बैंकों के जरिए 5 किलोमीटर के दायरे में बैंकिंग सुविधाएं पहुंच रही हैं. वित्तम मंत्री ने कहा कि हमारा मानना है कि देश के अधिकांश वयस्कों के पास बैंक खाते हैं और जिन वयस्क युवकों के पास खाते नहीं हैं उन्हें भी योजना में शामिल किया जाएगा.
जनधन योजना खाता खोलने का कोई शुल्क नहीं है. खाता रखरखाव शुल्क नहीं है और न्यूनतम शेष राशि का कोई शुल्क नहीं है. इसके अलावा 2 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा कवर भी मिलता है. इतना ही नहीं निशुल्क RuPay डेबिट कार्ड और 10,000 रुपये तक की ओवरड्राफ्ट सुविधा भी मिलती है. इसके अलावा ई-केवाईसी और वीडियो केवाईसी जैसे नए उपायों ने खाता खोलने की प्रक्रिया को कागज रहित बना दिया है, जिससे बैंक खाता खोलने के लिए शाखा या बैंकिंग संवाददाता के पास जाने की आवश्यकता समाप्त हो गई है.
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