
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर बहनों, लखपति दीदीयों के साथ भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क में पौधरोपण किया. साथ ही शिवराज सिंह ने महिलाओं से बातचीत कर उनके अनुभव सुने. इस दौरान उन्होंने कहा कि बहनें खुश हैं तो मेरी जिंदगी सफल है. हम जल्द तीन करोड़ लखपति दीदियां बनाने का लक्ष्य पूरा करेंगे. विकसित भारत में हमारी बहनों का बड़ा योगदान होगा. शिवराज सिंह चौहान ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर देश और प्रदेश की सभी बहनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत में हजारों साल पहले कहा गया है कि जहां मां, बहन-बेटी को मान-सम्मान और इज्जत की नजर से देखा जाता है, वहीं देवता भी वास करते हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे लिए बहनें और बेटियां देवी स्वरूपा हैं. महिला सशक्तिकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है- हमारी बहनों का, बेटियों का आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण और सबसे जरूरी आर्थिक सशक्तिकरण है. हमारी बहनें गरीब क्यों रहें, उनकी आंखों में आंसू क्यों हों, वो मजबूर क्यों रहें, वह भी आर्थिक रूप से सक्षम बने और उनके चेहरे पर भी मुस्कुराहट रहे. इसे लेकर केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग का आजीविका मिशन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
शिवराज ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी है कि आजीविका मिशन के तहत आज पूरे देश में 91 लाख महिला स्व-सहायता समूह हैं. जिनसे लगभग 11 करोड़ महिलाएं जुड़ी हुई है. 745 जिलों के 7 हजार 138 ब्लॉक्स में ये समूह फैले हुए हैं. हमारे क्लस्टर लेवल के भी ऑर्गेनाइजेशन बने हैं, जो इन समूहों को संगठित करने का काम करते हैं. पीएम मोदी के नेतृत्व में इन समूहों और संस्थाओं को 50 हजार करोड़ रुपए की राशि दी जा चुकी है. यहां बता दें कि 50 हजार करोड़ रुपये की जो राशि इन समूहों को दी गई है, वह सहायता है. लेकिन इसके अलावा सस्ती ब्याज दर पर 10 लाख 14 हजार करोड़ रुपये बैंकों से भी दिलाए गए हैं. इन पैसों से हमारी बहनों ने कई काम शुरू किए हैं.
केन्द्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि, आज जो मेरी लखपति दीदियां खड़ी हैं, कोई बैंक सखी है, कोई कृषि सखी है, कोई टैक्स सखी है, कोई पशु सखी है ये अलग-अलग कामों में लगी हुईं हैं. हमारी ये बहनें हजारों तरह के काम कर रही हैं. वर्तमान में सवा करोड़ से ज्यादा लखपति दीदी बन गई है. पीएम मोदी ने कहा है कि 3 करोड़ लखपति दीदी और बनानी है.
बहुत जल्द हम ये लक्ष्य हासिल करेंगे और तीन करोड़ दीदियां, लखपति दीदी होंगी. चौहान ने आगे कहा कि, हम यहां रुकेंगे नहीं, हर बहन और बेटी को अभी भी आजीविका मिशन से समूहों से जोड़ेंगे. बहनें गरीब नहीं रहेंगी, वो काम करेंगी, आगे बढ़ेंगी, भारत और अपने गांव को आगे बढ़ाएंगी. आज ये बहनें न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हुई है, बल्कि समाज में इनका मान-सम्मान, इज्जत बढ़ी है, सामाजिक सशक्तिकरण हुआ है.
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों से बहन-बेटियों का शैक्षणिक सशक्तिकरण भी हो रहा है. अब अगले लोकसभा, विधानसभा चुनाव में 33 प्रतिशत सीटों पर यह बहनें ही चुनाव लड़ेंगी. ये सांसद, विधायक, मंत्री बनेगी, बहनों, बेटियों की तकदीर भी बदलेंगी और अपनी जिंदगी भी बदलेंगी और अपने देश को विकसित भारत के रूप में विकसित भारत बनाने में इनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान होगा.
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