नारनौल में लगेगी एशिया की सबसे बड़ी सरसों तेल मिल, किसानों को होगा बड़ा फायदा

नारनौल में लगेगी एशिया की सबसे बड़ी सरसों तेल मिल, किसानों को होगा बड़ा फायदा

सीएम नायब सैनी ने यह घोषणा कुरुक्षेत्र के समानी गांव में की. यहां वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को सुनने आए थे.

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नारनौल में लगेगी एशिया की सबसे बड़ी सरसों तेल मिल, किसानों को होगा बड़ा फायदाHaryana to get Asia's largest mustard oil mill

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार ने रेवाड़ी में उगाई जाने वाली सरसों की फसल के लिए नारनौल में एशिया की सबसे बड़ी तेल मिल और कुरुक्षेत्र में बड़ी सूरजमुखी तेल मिल स्थापित करने की परियोजना तैयार की है. सैनी ने यह घोषणा कुरुक्षेत्र के समानी गांव में की. यहां वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को सुनने आए थे. 

उन्होंने कहा, "यह परियोजना जल्द ही क्रियान्वित की जाएगी और इससे लाखों किसानों को लाभ मिलेगा. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इन सभी किसानों की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी जाए. हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां किसानों की सभी फसलें एमएसपी पर खरीदी जा रही हैं." 

'कैच द रेन' के तहत तालाबों का निर्माण

सैनी ने कहा कि 'कैच द रेन' योजना के तहत तालाब बनाए जा रहे हैं. प्रदेश में 2000 तालाब बनाने का काम पूरा हो चुका है और आने वाले समय में 2200 नए तालाब बनाए जाएंगे. इसके अलावा किसानों से अपील की जा रही है कि वे खेतों में और ग्राम पंचायत की जमीन में बारिश का पानी इकट्ठा करें ताकि जल संरक्षण हो सके और प्रदेश डार्क जोन से बाहर आ सके. दक्षिण हरियाणा के लोग ज्यादा फसल उत्पादन ले रहे हैं. 

इसी तर्ज पर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के किसानों को भी ड्रिप सिंचाई प्रणाली को अपनाना चाहिए और अटल भूजल योजना के तहत तालाब बनाकर जल संरक्षण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री को अटल भूजल योजना के तहत 86 जोनों को डार्क जोन से बाहर निकालने के लिए तालाब बनाने का प्रस्ताव दिया है और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. 

 

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