छत पर उगाओ फल-फूल और सब्‍जी, ये राज्‍य सरकार देगी पैसे, आज ही करें आवेदन

छत पर उगाओ फल-फूल और सब्‍जी, ये राज्‍य सरकार देगी पैसे, आज ही करें आवेदन

भारत में लंबे समय से शहरों में रूफ गार्डनिंग का चलन रहा है, लेकिन अब अगर आप बिहार के शहर में रहते हैं तो आपको इस शौक के लिए सरकार पैसे देगी. बिहार सरकार ने छत पर बागवानी योजना शुरू की है, जिसके तहत 7500 से लेकर 37500 रुपये प्रति यूनिट सब्सिडी मिलेगी.

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छत पर उगाओ फल-फूल और सब्‍जी, ये राज्‍य सरकार देगी पैसे, आज ही करें आवेदनछत पर बागवानी के लिए मिलेगी सब्सिडी. (फाइल फोटो)

Chhat Par Bagwani Yojana: शहरों में बड़ी संख्‍या में लोग घरों में गमले, छत बालकनी में शौकिया तौर पर फल, फूल और सुंदर सजावटी पौध लगाते हैं. अगर आप बिहार के रहने वाले हैं तो इस शौक से आपको काफी फायदा हो सकता है. दरअसल, बिहार सरकार ने राज्‍य के कई शहरों में 'छत पर बागवानी' योजना शुरू की है, जिसके तहत लाभर्थ‍ियों को सब्जी, फल व अन्‍य पौधों की बागवानी पर सब्सिडी मिलेगी. सब्सिडी से बागवानी का शौक तो पूरा होगा ही साथ ही आपको घर पर ही ताजा फल और सब्जियां खाने को मिलेंगी. पढ़‍िए योजना से जुड़ी हर जानकारी...

क्‍या है योजना का उद्देश्‍य

'छत पर बागवानी योजना' से सरकार शहरों क्षेत्र के घरों में सब्‍जी, फल फूलों आदि की बावगानी को बढ़ावा देना चाहती है. सरकार इसे दो श्रेणियों में चला रही है. पहली- गमले की योजना और दूसरी- फार्मिंग बेड योजना. योजना का फायदा अभी सि‍र्फ पटना के शहरी क्षेत्रों- पटना सदर, दानापुर, खगौल, फुलवारी, गया, भागलपुर और मुजफ्फरपुर के निवासियों को ही मिलेगा. 

गमले की योजना: गमले की योजना के तहत लाभार्थी को छत पर फल-सब्जी उगाने लिए 75 प्रत‍िशत  सब्सिडी मिलेगी. ईकाई लागत 10 हजार रुपये खर्च करने पर सरकार की 7500 रुपये सब्सिडी मिलेगी यानी लाभार्थी को सिर्फ 2500 रुपये ही खर्च करने होंगे. इसका लाभ संस्‍थाओं को नहीं मिलेगा और कोई भी लाभार्थी अध‍िकतम पांच यूनि‍ट तक ही इसका लाभ ले सकेगा.

फार्मिंग बेड योजना: के तहत वैसे लोग लाभ ले सकते हैं, जिनके पास अपने घर या अपार्टमेंट में छत पर 300 वर्ग फीट खाली जगह हो. इसमें प्रत‍ि इकाई (300 वर्ग फीट) में 50 हजार रुपये की लागत पर 75 प्रत‍िशत सब्सिडी यानी 37500 रुपये की राशि मिलेगी. इसमें बचे हुए 12500 रुपये लाभार्थी को देने होंगे. 

खुद का मकान होने की स्थिति में छत पर 300 वर्ग फीट खाली जगह पर किसी का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए और और अपार्टमेंट की स्थिति में अपार्टमेंट की पंजीकृत सोसाइटी से अनापत्ति प्रमाण-पत्र (NOC) होनी चाहिए. खुद का मकान होने पर अधि‍कतम 2 इकाई और अपार्टमेंट या शैक्षणिक/अन्य संस्थान के लिए अधिकतम 5 यूनिट तक सब्सिडी का लाभ मिलेगा.

इन पौधों को लगाने पर मिल रही सब्सिडी

फल- आम, निम्बू, अमरूद, चीकू, सेब बेर, केला (5 पौधे)

इंडोर/प्यूरिफाइंग और शो प्लांट - रबर प्लांट/फाइकस लिराटा, एरेका पाम, डैफॉन (डिफेनबैचिया), मोर पंखी (थूजा एसपीपी.), स्नेक प्लांट/सेंसवेरिया, क्रोटन, क्रिसमस प्लांट्स (अराकेरिया), फिक्स पांडा, फिकसस्टार लाइट, सिंगोनियम, एग्लोनिमा, मनी प्लांट (10 पौधे)

औषधीय/सुगंधित पौधे- पुदीना पौधा (पुदीना), स्टीविया, वासाक, एलोवेरा, अश्वगंधा, तुलसी, कारी पत्ता, लेमन ग्रास ( 5 पौधे)

स्थायी फूल- तगर (गंधराज), एडेनियम, गुलाब, चांदनी, अपराजिता, हिबिस्कस, टिकोमा, बादाम, बोगेनवेलिया, बेला/जूही/चमेली, भूटानी मलिका

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आवेदन का तरीका

छत पर बागवानी योजना में आवेदन के लि‍ए बिहार कृषि विभाग के उद्यान निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं. वहीं, किसी नजदीकी कृषि केन्द्र पर भी आवेदन जमा कर सकते हैं.

आवेदन भरने के बाद फार्मिंग बेड योजना के तहत प्राप्त हुई रसीद पर लाभा‍र्थी को अपने अंश की राशि 12,500/-रुपये प्रति इकाई (300 वर्ग फीट) और गमले की योजना अंतर्गत मिली रसीद पर 2,500/-रुपये प्रति इकाई जमा करने के लिए बैंक खाता संख्या और एक विस्तृत विवरण प्राप्त होगा. इसके बाद अंश की राशि जमा होने के बाद आगे की कार्रवाई होगी.

फार्मिंग बेड योजना और गमले की योजना से जुड़ी जरूरी बातें

लाभार्थी को छत पर लगी बागवानी यूनिट की देखभाल अपने स्तर पर करनी होगी.

योजना में जिला के लक्ष्य अन्तर्गत 78.60% सामान्य जाति, 20% अनुसूचित जाति और 1.40% अनुसूचित जनजाति को भागीदारी का मौका मिलेगा. इनमें से कुल भागीदारी में 30 प्रतिशत महिलाओं को प्राथमिकता से मौका दिया जाएगा.

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