कृषि यंत्रीकरण उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार कृषि क्षेत्र में किसानों की आय को दोगुना करने के लिए लगातार प्रयासरत है.सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों को सहायता प्रदान की जा रही है. इसी कड़ी में यूपी की योगी सरकार सब्सिडी पर प्रदेश के 50 हजार किसानों को कृषि मशीनें उपलब्ध कराने जा रही है. इसके लिए प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022 -23 के लिए 650 करोड रुपए का फंड निर्धारित किया है. मसलन, इस सब्सिडी फंड पर प्रदेश के 50 हजार किसानों को कृषि यंत्र बांटे जाएंगे. ये जानकारी गुरुवार को प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान दी.
अब तक प्रदेश सरकार के द्वारा ₹78 करोड़ रुपये के कृषि यंत्र बांटे जा चुके हैं .कृषि क्षेत्र में यंत्रीकरण से जहां किसानों की फसल लागत घटती है. वही उत्पादन भी बढ़ता है.
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उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास के फलस्वरूप रबी सीजन में 2022-23 में तीन लाख 83 हजार 40 हेक्टेयर भूमि पर फसलों का आच्छादन बढा है.प्रदेश में इस बार 239000 हेक्टेयर भूमि पर हरे मटर की खेती हो रही है.वहीं इस बार जो मक्का, चना ,मसूर , तोरिया और अलसी फसलों का आच्छादन 3 फ़ीसदी बढा है.प्रदेश सरकार की तरफ से इस वर्ष 592034 राई और सरसों की मिनी किट बाटी गई है जिसकी वजह से सरसों के क्षेत्रफल में भी वृद्धि हुई है.इसके अलावा 441563 मिनी किट चना और मसूर की किसानों को बांटी गई है.इस वर्ष कुल 9.5 लाख मिनी किट किसानों को बाटी जा चुकी है.वही सरकार कृषि यंत्रों पर
उत्तर प्रदेश में खेत तालाब योजना के तहत 10000 का लक्ष्य रखा गया है.वहीं अब तक 8665 खेत तालाब के लिए कृषक अंश जमा भी हो चुका है.प्रदेश में अभी तक 6300 खेत तलाब खोदे जा चुके हैं.योगी सरकार के अब तक के 6 वर्ष के कार्यकाल के दौरान 30562 तालाब बनाए जा चुके हैं.इन तालाबों के माध्यम से जहां किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ मछली पालन से किसानों की आय में भी इजाफा हो रहा है.
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि प्रदेश में अब तक 29 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा उर्वरक किसानों को वितरित किया जा चुका है.वही प्रदेश में उर्वरक की कोई कमी नहीं है.प्रदेश में प्रतिदिन 8 से 10 रैक उर्वरक पहुंच रही है.प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि प्रदेश में उर्वरक की कोई कमी नहीं है.समितियों पर 604000 मीट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध है.
उत्तर प्रदेश में धान की खरीद का कार्य तेजी से चल रहा है.कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि प्रदेश में इस बार 4384 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं जिनके माध्यम से अब तक 37 लाख 91 हजार 479 मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है जो कुल लक्ष्य का 54.16 फ़ीसदी है.
उत्तर प्रदेश में केंद्र सरकार के द्वारा संचालित प्रधानमंत्री कुसुम योजना चल रही है.इस योजना के तहत किसानों को सोलर पंप उपलब्ध कराए जा रहे हैं.प्रदेश में वर्ष 2022-23 से इसके लिए कुल 15000 सोलर पंप का लक्ष्य रखा गया है.जिसके लिए अभी तक 29000 किसानों का आवेदन प्राप्त हो चुका है.इस योजना के लिए 13000 किसानों ने अपना कृषक अंश भी जमा कर दिया है.कृषि विभाग के द्वारा 8778 किसानों को सोलर पंप की आपूर्ति कर दी गई है.जबकि 6200 से ज्यादा सोलर पंप पर कार्य किए जा रहे हैं.इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश सरकार 184 करोड रुपए का अनुदान वर्ष 2022-23 मे खर्च करेगी.
उत्तर प्रदेश में कृषि विभाग के द्वारा मोटे अनाज के रूप में 18 जिलों में 97 क्रय केंद्र के माध्यम से बाजरे की खरीद की गई .प्रदेश सरकार ने अब तक 42957 मीट्रिक टन बाजरे की खरीद की है.अभी तक 8452 किसानों से खरीद हो चुकी है. बाजरे की खरीद का किसानों को 100 करोड़ से ज्यादा का भुगतान भी हो चुका है.
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में प्रमुख रूप से मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए 2023 मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जाएगा.उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि इसके लिए 15 जनवरी से अभियान शुरू होगा.प्रदेश में मिलेट के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है जिसके लिए 400 क्विंटल सावा ,कोदो और मड़वा के बीच को बीज निगम के माध्यम से जुटा लिया गया है. मिलेट की सघन योजना चलेगी.
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