Bihar: इस फ्री स्कीम में किसानों को मिला 122 करोड़ का मुआवजा, बिना कोई प्रीमियम भरे मिली बड़ी राहत

Bihar: इस फ्री स्कीम में किसानों को मिला 122 करोड़ का मुआवजा, बिना कोई प्रीमियम भरे मिली बड़ी राहत

स्कीम का नाम बीएससीएएस है. यह स्कीम बिल्कुल फ्री है, इसके लिए किसानों को कोई प्रीमियम भरने की जरूरत नहीं है, और संकट के समय वित्तीय सहायता दी जाती है, जिससे उन्हें खेती जारी रखने के लिए बढ़ावा मिलता है. इस योजना के तहत, यदि वास्तविक उपज हानि सीमा उपज की तुलना में 20 परसेंट तक है, तो प्रति हेक्टेयर 7,500 रुपये की सहायता दी जाती है.

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इस फ्री स्कीम में किसानों को मिला 122 करोड़ का मुआवजा, बिना कोई प्रीमियम भरे मिली बड़ी राहतBSCAS स्‍कीम का किसानों को मिला फायदा. (सांकेतिक फोटो)

बिहार सरकार ने प्रदेश के डेढ़ लाख से अधिक किसानों को रबी फसल नुकसान का मुआवजा दिया है. यह मुआवजा सरकारी आर्थिक सहायता राशि के रूप में दी गई है. इसकी जानकारी प्रदेश के सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने बुधवार को दी. उन्होंने बुधवार को किसानों को सहायता राशि देने का अभियान शुरू किया. इसमें रबी सीजन 2022-23 के लिए सहायता राशि दी जा रही है. यह राशि बिहार स्टेट क्रॉप असिस्टेंस स्कीम यानी BSCAS के तहत दी जा रही है.

पटना में बुधवार को एक कार्यक्रम में प्रेम कुमार ने इस अभियान की शुरुआत की. उन्होंने 167,237 लाभार्थी किसानों को 122.32 करोड़ रुपये की राशि दी. इन लाभार्थी किसानों की सिफारिश जिला स्तरीय कॉर्डिनेशन कमेटी ने की है. 

क्या है BSCAS स्कीम

'टाइम्स ऑफ इंडिया' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्री ने कहा कि रबी 2022-23 सीजन के लिए आवेदनों का वेरिफिकेशन पूरा होने वाला है और 1.6 लाख किसानों को भुगतान किया जा चुका है. उन्होंने कहा, "बाकी लाभार्थियों को जल्द ही उनका पेमेंट मिल जाएगा." उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बीएससीएएस राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है जिसका मकसद प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल के नुकसान की स्थिति में किसानों को वित्तीय सहायता देना है.

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प्रेम कुमार ने कहा, "यह स्कीम बिल्कुल फ्री है, इसके लिए किसानों को कोई प्रीमियम भरने की जरूरत नहीं है, और संकट के समय वित्तीय सहायता दी जाती है, जिससे उन्हें खेती जारी रखने के लिए बढ़ावा मिलता है. इस योजना के तहत, यदि वास्तविक उपज हानि सीमा उपज की तुलना में 20 परसेंट तक है, तो प्रति हेक्टेयर 7,500 रुपये की सहायता दी जाती है." उन्होंने कहा कि खरीफ 2022 सीजन के लिए 2,905,476 लाभार्थी किसानों को कुल 1,867.58 करोड़ रुपये की सहायता मिली.

क्या कहा मंत्री ने?

मंत्री ने कहा, "खरीफ 2023 और रबी 2023-24 सीजन के लिए, उपज के आंकड़ों के आधार पर पात्र ग्राम पंचायतों से आवेदक किसानों के डेटा का वेरिफिकेशन भी किया जा रहा है. मंजूर किए गए आवेदकों को वेरिफिकेशन के तुरंत बाद उनकी सहायता राशि मिल जाएगी."

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