पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना को लेकर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में शुक्रवार को हिंदू संघर्ष समिति के बैनर तले सभी हिंदू संगठनों ने मिलकर एक जन आक्रोश रैली आयोजित की. रैली में 3:00 के बाद बाजार बंद कर बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया. इस दौरान कार्यक्रम में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा. वह मंच से जनता को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे.
जबरदस्त विरोध को देखते हुए जब राकेश टिकैत वहां से जाने लगे तो मंच से उतरने के बाद उनके साथ जमकर धक्का-मुक्की की गई, जिसमें राकेश टिकैत की पगड़ी भी सर से गिर गई थी. हालात को देखते हुए बामुश्किल राकेश टिकैत की सुरक्षा में लगे गार्ड और अन्य लोगों ने उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकाला, जिसके बाद वह अपने घर के लिए वापस लौट गए.
बता दें कि आक्रोश रैली में बड़ी संख्या में युवा हाथों में लाठी-डंडे लेकर पहुंचे थे. कार्यक्रम के दौरान राकेश टिकैत का पब्लिक के द्वारा जो विरोध किया गया, इसके पीछे का कारण अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि यह सब कुछ पार्टियों का प्लान था. उन्होंने कहा कि अगर जनता इसके पीछे होती तो इस तरह का कोई विरोध नहीं करता. यह चाहते हैं कि किसान आंदोलन यहीं से कमजोर कर दिया जाए, लेकिन किसान आंदोलन ना कमजोर होगा ना हम कमजोर होंगे.
भारतीय किसान यूनियन टिकैत (BKU टिकैत) ने दावा किया है कि मुजफ्फरनगर में उनके राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर हमला किया गया है. BKU टिकैत ने कहा कि किसान नेता पर अटैक पहलगाम आंतकी हमले को लेकर निकाली गई जन आक्रोश रैली के दौरान हुआ. रैली मुजफ्फरनगर के टाउन हॉल में चल रही थी. किसान यूनियन का दावा है कि जब रैली खत्म होने वाली थी तभी शराब पीकर 5-6 लोगों ने हमला कर दिया. इस घटना के विरोध में किसान संगठन ने शनिवार को मुजफ्फरनगर के जीआईसी ग्राउंड में पंचायत बुलाई है.
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