पीएम मोदी की गारंटी के बाद भी किसान कर रहे हैं आत्‍महत्‍या-केंद्र सरकार पर बरसे पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार 

पीएम मोदी की गारंटी के बाद भी किसान कर रहे हैं आत्‍महत्‍या-केंद्र सरकार पर बरसे पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार 

लोकसभा चुनावों से पहले हो रहे किसान विरोध प्रदर्शन ने केंद्र सरकार की मुसीबतों को बढ़ा दिया है. विपक्षी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हावी हो रहे हैं. राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के संस्थापक शरद पवार ने भारत में किसानों के सामने आने वाली विपरीत वास्तविकताओं की ओर ध्यान आकर्षित किया.

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पीएम मोदी की गारंटी के बाद भी किसान कर रहे हैं आत्‍महत्‍या-केंद्र सरकार पर बरसे पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार एक बार फिर पीएम मोदी पर आक्रामक हुए पवार

लोकसभा चुनावों से पहले हो रहे किसान विरोध प्रदर्शन ने केंद्र सरकार की मुसीबतों को बढ़ा दिया है. विपक्षी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हावी हो रहे हैं. राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के संस्थापक शरद पवार ने भारत में किसानों के सामने आने वाली विपरीत वास्तविकताओं की ओर ध्यान आकर्षित किया. उनका कहना है कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कृषि समुदाय को विभिन्न गारंटी देते हैं तो दूसरी तरफ किसान बढ़ते कर्ज से जूझ रहे हैं और आत्महत्या तक कर रहे हैं. इस हफ्ते यह दूसरा मौका है जब पवार इस तरह से पीएम मोदी पर भड़के हैं. इससे पहले उन्‍होंने राज्‍यसभा में पीएम मोदी की मौजूदगी पर सवाल उठाए थे. 

किसानों की कठिनाईयों का जिक्र 

एनसीपी के मुखिया शरद पवार जो देश के कृषि मंत्री भी रहे हैं, उन्‍होंने अंबेगांव तहसील के मंचर में एक सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर हमला बोला. उन्‍होंने किसानों द्वारा सहन की जाने वाली कठिनाइयों का जिक्र भी किया. उनका कहना था कि किसान जो काफी मेहनत करते हैं लेकिन अपनी उपज के लिए लाभकारी मूल्य प्राप्त करने में विफल रहते हैं. ज्‍यादा इनपुट लागत और कम उत्पादन की वजह से किसान कर्ज में डूब जाते हैं. इसकी वजह से उन्हें आत्‍महत्‍या जैसे खतरनाक कदम तक उठाने पड़ते हैं. 

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मीडिया दिखा रही है झूठ 

पवार ने इस स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि अखबार और टेलीविजन चैनल ऐसे विज्ञापनों से भरे हुए हैं जिनमें पीएम मोदी किसानों को उनकी उपज के लिए अच्छी कीमतें और बाजार जैसी गारंटी की पेशकश करते हैं. हालांकि, इन वादों के बावजूद, किसानों को विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है, यहां तक कि कुछ ने अपनी जान भी ले ली है. पवार ने मंगलवार को भी पीएम मोदी पर हमला बोला था. उन्‍होंने दावा किया था कि पीएम मोदी राज्यसभा में केवल 20 मिनट के लिए आते हैं जब संसद में आम लोगों के मुद्दों पर चर्चा होती है और नीतिगत निर्णय लिए जाते हैं. उन्होंने संसद के दरवाजे पर झुकने के पीएम मोदी के इशारे को नाटक करार दिया था. 

बागी नेताओं की आलोचना 

पवार ने पूर्व विश्वासपात्र दिलीप वाल्से पाटिल जैसे नेताओं की भी आलोचना की, जो बागी एनसीपी विधायकों में शामिल हो गए. उन्होंने वर्तमान नेताओं के बीच वफादारी की कमी पर अफसोस जताया और उनकी तुलना पिछली पीढ़ियों से की जो अपनी पार्टी की विचारधारा में दृढ़ रहे. पवार ने सवाल उठाया कि ऐसे नेताओं से अपने मतदाताओं के प्रति वफादारी दिखाने की उम्मीद कैसे की जा सकती है अगर वे अपनी ही पार्टी के प्रति वफादारी दिखाने में विफल रहे. वाल्‍से पाटिल डिप्टी सीएम अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के प्रमुख सदस्य हैं, जो पिछले साल जुलाई में शिंदे सरकार में शामिल हुए थे. 

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