संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने 25 अगस्त को दिल्ली के जंतर मंतर पर किसान महापंचायत आयोजित करने का ऐलान किया है. किसान संगठन के नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने एक वीडियो जारी कर यह जानकारी दी. वीडियों में उनके साथ संगठन के प्रमुख जगजीत सिंह डल्लेवाल और अन्य किसान नेता भी मौजूद दिखाई दिए. कोहाड़ ने कहा कि इस महापंचायत का उद्देश्य किसानों के मुख्य मुद्दों को उजागर करना और सरकार तक अपनी मांगें पहुंचाना है. किसान नेताओं ने प्रशासन को आश्वासन दिया है कि यह प्रदर्शन पूरी तरह से अनुशासन और कानून के दायरे में रहेगा.
अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि हमने पहले ही प्रशासन को सूचित कर दिया था कि महापंचायत जंतर मंतर पर आयोजित की जाएगी. हालांकि, प्रशासन ने पहले रामलीला ग्राउंड में कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया था. लेकिन बाद में, प्रशासन ने बताया कि रामलीला ग्राउंड पहले से बुक है, जिसके चलते जंतर मंतर पर कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी गई है. दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया.
कोहाड़ ने कहा कि हमने प्रशासन को भरोसा दिलाया है कि प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा. एक किसान नेता ने कहा, "हमारे आने से एक पत्ता भी नहीं टूटेगा." उन्होंने सभी किसानों से अनुशासन में रहते हुए कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की. हरियाणा के किसानों से विशेष रूप से अनुरोध किया गया कि वे सुबह 9 बजे तक जंतर मंतर पहुंचें.
कोहाड़ ने आगे कहा कि महापंचायत में तीन मुख्य मुद्दों पर चर्चा होगी. पहला मुद्दा एमएसपी गारंटी कानून की मांग है, जिससे किसानों को उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित हो सके. दूसरा मुद्दा भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में कृषि, डेयरी, पोल्ट्री और फिशरी सेक्टर को शामिल न करने की मांग है. तीसरा मुद्दा आंदोलनों के दौरान किसानों पर दर्ज किए गए झूठे पर्चों को रद्द करने की मांग है.
किसान नेताओं ने गुरुद्वारों से लंगर व्यवस्था के लिए बात की है, लेकिन उन्होंने किसानों से अपने साथ खाने-पीने का सामान लाने की अपील की है. हरियाणा के किसानों से विशेष रूप से अनुरोध किया गया है. किसान नेता ने कहा कि यह महापंचायत एक नजीर पेश करेगी कि किसान किस तरह शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगें रखते हैं. उन्होंने सभी किसानों से अनुशासन और कानून का पालन करने की अपील की.
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