Farmers Protest: बागलकोट में उग्र प्रदर्शन-आगजनी पर कनार्टक CM सख्‍त, बोले- दोषियों पर कठोर कार्रवाई करेंगे

Farmers Protest: बागलकोट में उग्र प्रदर्शन-आगजनी पर कनार्टक CM सख्‍त, बोले- दोषियों पर कठोर कार्रवाई करेंगे

बागलकोट में गन्ना किसानों के उग्र प्रदर्शन के दौरान ट्रैक्टरों में आगजनी से तनाव फैल गया. कर्नाटक CM सिद्धारमैया ने घटना की जांच के आदेश दिए और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है. सरकार के 3,300 रुपये प्रति टन मूल्य को किसान पर्याप्त नहीं मान रहे हैं.

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Farmers Protest: बागलकोट में उग्र प्रदर्शन-आगजनी पर कनार्टक CM सख्‍त, बोले- दोषियों पर कठोर कार्रवाई करेंगेकर्नाटक सीएम सिद्धारमैया (फाइल फोटो)

कर्नाटक के बागलकोट जिले में किसानों के उग्र होते आंदोलन के बीच गुरुवार शाम शुगर फैक्टरी की ओर जा रहे गन्ने से भरे कई ट्रैक्टरों और ट्रॉली को अज्ञात लोगों द्वारा आग के हवाले किए जाने की घटना ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है. इस मामले पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सख्त रुख अपनाते हुए घटना की गहन जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने स्पष्ट कहा है कि आगजनी के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

राज्‍य सरकार के फैसले से कई किसान नाखुश

घटना बागलकोट जिले के रबकवी-बनहट्टी तालुक में हुई, जहां किसान पिछले कई दिनों से गन्ने के दाम बढ़ाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों की मुख्य मांग है कि उन्हें गन्ने का खरीद मूल्य 3,500 रुपये प्रति टन दिया जाए. हालांकि, राज्य सरकार ने हाल ही में 11.25 प्रतिशत रिकवरी रेट पर गन्ने का मूल्य 3,300 रुपये प्रति टन तय किया है. राज्य के अधिकांश किसानों ने इस दर को स्वीकार कर अपना आंदोलन वापस ले लिया है, लेकिन मुधोल और कुछ अन्य इलाकों के किसान अब भी इसे नाकाफी बता कर विरोध जारी रखे हुए हैं.

उपद्रवि‍यों ने वाहनों में लगाई आग

गुरुवार को जब कई किसान गन्ने से भरे ट्रैक्टरों को लेकर फैक्टरी की ओर बढ़ रहे थे, तभी कुछ उपद्रवियों ने वाहनों में आग लगा दी. इससे इलाके में तनाव फैल गया और पुलिस एवं प्रशासन हरकत में आ गए. किसानों ने इस घटना में अपना कोई हाथ होने से साफ इनकार किया है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी किसानों के इस बयान का जिक्र करते हुए कहा कि सच्चाई का पता लगाने के लिए पुलिस पूरी तरह निष्पक्ष जांच करेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

सरकार की किसानों से आंदोलन खत्‍म करने की अपील

राज्य सरकार का कहना है कि किसानों के साथ बातचीत लगातार जारी है. मुख्यमंत्री ने दोहराया कि अधिकांश किसानों ने 3,300 रुपये प्रति टन की कीमत को स्वीकार कर लिया है और केवल मुधोल क्षेत्र के किसान आंदोलनरत हैं. उन्होंने किसानों से अपील की कि वे सरकार द्वारा तय की गई कीमत को स्वीकार करें और आंदोलन को समाप्त करें, ताकि स्थिति सामान्य हो सके.

धरना-प्रदर्शन पर अस्‍थायी रोक लगी

घटना के बाद बागलकोट के उपायुक्त ने एहतियात के तौर पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) 2023 की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी. यह आदेश 13 नवंबर रात 8 बजे से 16 नवंबर सुबह 8 बजे तक लागू रहेगा. जिला प्रशासन ने जामखंडी, मुधोल और रबकवी-बनहट्टी तालुक में धरना, प्रदर्शन, हड़ताल और सार्वजनिक सभा पर अस्थायी रोक लगा दी है.

किसान पिछले 7 नवंबर से सड़क जाम और फैक्टरी घेराव जैसे आंदोलन कर रहे हैं. 13 नवंबर को उन्होंने गोदावरी (समीरवाड़ी) चीनी मिल का भी घेराव किया था. किसानों का कहना है कि रिकवरी रेट के आधार पर मूल्य निर्धारण जोखिम भरा तरीका है और कई बार इससे उन्हें उचित लाभ नहीं मिल पाता. (पीटीआई)

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