पंजाब में फरीदकोट के गांव चंदबाजा में पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां के कार्यक्रम के दौरान किसानों और स्पीकर आमने-सामने आ गए. मामला बढ़ता देख पुलिस ने किसानों और स्पीकर की मुलाकात बंद कमरे में करवाने की कोशिश की. मगर जब स्पीकर बात करने गए तो 10 सेकंड में ही वे कमरे से बाहर आ गए. बाहर आकर उन्होंने किसानों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे बात नहीं करना चाहते, मेरा वीडियो बनाना चाहते हैं. इसके बाद बातचीत नहीं होने से नाराज किसानों ने ऐलान कर दिया कि स्पीकर आने वाले चुनाव के दौरान सावधानी से उनके गांव आएं.
शिक्षा क्रांति कार्यक्रम के तहत पंजाब विधानसभा अध्यक्ष और कोटकपूरा हलके से विधायक कुलतार सिंह संधवां फरदीकोट के गांव चंदबाज में पहुंचे. इससे पहले किसान बातचीत के लिए गांव मिश्रीवाला में स्पीकर संधवां से मिलना चाहते थे. मगर जब स्पीकर संधवां बिना बातचीत किए अगले गांव के लिए रवाना हो गए तो पुलिस और किसानों के बीच काफी बहस हुई. इसके बाद किसानों ने गांव चंदबाझा में पहुच कर स्पीकर संधवां के कार्यक्रम को घेरने का प्रयास किया. वहां प्रशासन द्वारा पुलिस अधिकारियों से बातचीत करने के बाद किसानों को स्पीकर संधवां से बातचीत करने का समय भी दिया गया.
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अपना कार्यक्रम समाप्त करने के बाद जैसे ही स्पीकर संधवां दो महिला किसानों और दो पुरुष किसान नेताओं से बात करने के लिए एक कमरे में दाखिल हुए तो वह मात्र 10 सेकंड में ही कमरे से बाहर आ गए. मीडिया से बात करते हुए उन किसानों पर आरोप लगाया कि वह बात नहीं करना चाहते थे, केवल वीडियो बना कर वायरल करना चाहते थे, जिस कारण वह बाहर आए हैं. इसके बाद नाराज स्पीकर वहां से चले गए.
इस अवसर पर किसान नेता सोना सिंह मिश्रीवाला ने कहा कि हम सुबह से ही कुलतार सिंह संधवां से बात करना चाहते थे. हम उनसे पूछना चाहते थे कि उन्होंने किसानों पर अत्याचार क्यों किया. उन्होंने किसानों का सामान क्यों चुराया, उन्होंने खनौरी बॉर्डर पर हमारे नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया और उन्हें गिरफ्तार क्यों किया. उन्होंने कहा, "लेकिन अध्यक्ष जी हमारे सवालों का जवाब नहीं देना चाहते."
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उन्होंने कहा कि जब अध्यक्ष जी कमरे में आए तो हमने उनसे मीडिया वालों को भी अंदर बुलाने को कहा. कहा, हम मीडिया के सामने आपसे बात करेंगे, लेकिन संधवां साहब ने तल्ख लहजे में कहा कि कोई अंदर नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि चोर हमेशा बातचीत से भागते हैं और आज स्पीकर भी बातचीत से भाग गए हैं. उन्होंने कहा कि हम स्पीकर कुलतार सिंह संधवां को ऑन रिकॉर्ड बताना चाहते हैं कि पंजाब में चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद आप हमारे गांवों में वोट मांगने आने से पहले अच्छी तरह सोच लें.
इस अवसर पर बोलते हुए कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि प्रोग्राम समाप्त होने के बाद किसानों से बात करने गए. मगर किसान बात नहीं करना चाहते थे, केवल वीडियो बनाना चाहते थे, जिस कारण वह बाहर आ गए. शिक्षा क्रांति के तहत पंजाब सरकार स्कूलों की स्थिति बदल रही है और शिक्षा का स्तर भी ऊंचा उठाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हाल ही में पंजाब में 9000 बच्चे महंगे निजी स्कूलों से सरकारी स्कूलों में आए हैं. इससे पता चलता है कि पंजाब बदल रहा है, पंजाब आगे बढ़ रहा है, पंजाब शिक्षा के माध्यम से बदल रहा है.
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