कांग्रेस की ‘जन आक्रोश यात्रा’ शुरूगुजरात में कांग्रेस पार्टी ने किसानों, बेरोजगार युवाओं और आम लोगों की समस्याओं को आवाज़ देने के लिए जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत की है. यह यात्रा वाव-थराद जिले के धरनीधर तालुका के ढीमा गाँव स्थित धरनीधर भगवान मंदिर से शुरू हुई, जहाँ गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा और पार्टी प्रभारी मुकुल वासनिक ने पूजा कर यात्रा को हरी झंडी दिखाई. यात्रा के शुभारंभ में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.
कांग्रेस की यह यात्रा लगभग 60 दिनों तक जारी रहेगी और 1100 किलोमीटर का लंबा मार्ग तय करेगी. पहला चरण 21 नवंबर से 3 दिसंबर तक चलेगा. यात्रा उत्तर गुजरात के सात प्रमुख जिलों-वाव-थराद, बनासकांठा, साबरकांठा, अरावली, गांधीनगर, मेहसाणा और पाटण-से होकर गुजरेगी. इन क्षेत्रों में यात्रा का उद्देश्य जनता से सीधे जुड़ना, उनकी समस्याओं को समझना और उन्हें सरकार तक पहुँचाना है.
यात्रा की शुरुआत के बाद मीडिया से बात करते हुए अमित चावड़ा ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि सरकार पैकेज के नाम पर किसानों को धोखा दे रही है, जिसके कारण फसल खराब होने पर किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी दबाव के कारण BLO कर्मचारियों पर मानसिक तनाव बढ़ रहा है और हाल ही में दो BLO ने आत्महत्या कर अपने सुसाइड नोट में स्पष्ट रूप से प्रताड़ना का ज़िक्र किया है.
चावड़ा ने SIR प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने बिना तैयारी और जागरूकता फैलाए इस प्रक्रिया को लागू कर दिया, जिससे जनता और कर्मचारियों दोनों पर अनावश्यक बोझ बढ़ा है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार कर्मचारियों का राजनीतिक उपयोग बंद नहीं करती, तो यह आक्रोश एक बड़े संकट में बदल सकता है.
इस जन आक्रोश यात्रा में कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल हैं, जिनमें पार्टी के महामंत्री और संगठन प्रभारी मुकुल वासनिक, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा, विधानसभा कांग्रेस दल के नेता डॉ. तुषार चौधरी, सह-प्रभारी सुहासिनी यादव और सांसद गेनीबेन ठाकोर शामिल हैं. यह नेता यात्रा के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में जनता से संवाद करेंगे और उनकी वास्तविक समस्याओं को सुनकर आगे बढ़ाएंगे.
कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट किया है कि यह यात्रा सिर्फ विरोध दर्ज कराने के लिए नहीं है, बल्कि यह जनता की आवाज़ को मजबूती से उठाने और परिवर्तन का संदेश देने की पहल है. पार्टी का दावा है कि यह यात्रा किसानों की परेशानियों, युवाओं की बेरोजगारी और आम लोगों की उपेक्षित समस्याओं को सरकार तक पहुँचाने का एक बड़ा कदम है. कांग्रेस ने सभी वर्गों और समुदायों के लोगों से इस यात्रा में शामिल होने की अपील की है ताकि उनकी सामूहिक आवाज़ और भी मजबूत हो सके.
ये भी पढ़ें:
National Cashew Day 2025: काजू खाने के 10 फायदे: सेहत, दिमाग और दिल के लिए सुपरफूड
MSP से इतने कम दाम में क्यों बिक रहा मक्का? इस राज्य के मुख्यमंत्री ने बताईं वजहें और रोडमैप
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today