पंजाब में बाढ़ का कहर जारी है. इस विनाशकारी बाढ़ ने जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है. वहीं, इस बाढ़ को लेकर BJP के नेता तरुण चुघ ने पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार की तीखी आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि सरकार की लापरवाही ने "राज्य में बारिश को मानव निर्मित आपदा में बदल दिया है.चुघ ने एक बयान में कहा कि भारतीय मौसम विभाग ने 15 अप्रैल को ही सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान लगाया था, जबकि भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड की तकनीकी समिति ने 23 अप्रैल को जलाशयों में बफर स्पेस बनाने के लिए जलस्तर कम करने की सिफारिश की थी.
उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बावजूद, भगवंत मान सरकार ने भाखड़ा बांध के गेटों पर पुलिस तैनात कर दी, पानी छोड़ना रोक दिया और इसे एक राजनीतिक तमाशा बना दिया. उन्होंने कहा कि अब परिणाम लोगों के सामने है, भाखड़ा बांध से 65,000 क्यूसेक और पौंग बांध से 80,000 क्यूसेक पानी अचानक छोड़े जाने से नीचे के गांव तबाह हो गए.
चुघ ने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे और प्रकाश सिंह बादल पंजाब के मुख्यमंत्री थे, तब फसलों की सुरक्षा के लिए सतलुज, व्यास, रावी और घग्गर नदियों के तटबंधों को मजबूत किया गया था. तब से अवैध खनन और लापरवाही ने उन्हें कमजोर कर दिया है, जिससे बाढ़ का पानी गांवों में घुस गया है. वहीं, पंजाब इस समय चार दशकों में सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है, जिसने कई लोगों की जान ले ली है और हजारों लोगों को प्रभावित किया है.
भाजपा नेता ने पूछा कि बाढ़ की तैयारी की बैठकें मॉनसून से बमुश्किल 17 दिन पहले क्यों आयोजित की गईं, जबकि इसके लिए महीनों की योजना की जरूरत थी. उन्होंने आरोप लगाया कि मान और उनकी पूरी कैबिनेट पंजाब में तैयारी करने के बजाय दिल्ली की विधानसभा चुनावों में प्रचार कर रही थी. उन्होंने आगे कहा कि आज पंजाब की पीड़ा कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि AAP सरकार की लापरवाही और लापरवाह राजनीति का नतीजा है.
हालांकि, भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस संकट की घड़ी में पंजाब के लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पंजाब में आपदा प्रबंधन के लिए पहले ही 11,000 करोड़ रुपये आवंटित कर चुकी है और अब अनुमानित सहायता के लिए गिरदावरी (सर्वेक्षण) करवाना मान सरकार की जिम्मेदारी है.
तरुण चुघ ने बताया कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति का जायजा लिया है. साथ ही PM मोदी के निर्देश पर दो केंद्रीय दल भी पंजाब पहुंच चुके हैं, जिनमें कृषि, ग्रामीण विकास, ऊर्जा, वित्त, सड़क और जल शक्ति विभागों के वरिष्ठ अधिकारी नुकसान का आकलन कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष के लिए 11,000 करोड़ रुपये जारी करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया.
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