भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सोमवार को भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के अध्यक्ष नरेश टिकैत पर 'पाकिस्तान की भाषा' बोलने का आरोप लगाया. नरेश टिकैत ने पहलगाम आतंकी हमले की वजह से सिंधु जल संधि को स्थगित करने के सरकार के फैसले पर आपत्ति जताई थी. टिकैत ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप में पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को सस्पेंड नहीं करना चाहिए था क्योंकि इससे पड़ोसी देश के आम लोग, खासकर किसान प्रभावित होंगे.
बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष और सांसद राजकुमार चाहर ने टिकैत पर निशाना साधा और मांग की कि वह अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगें. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'नरेश टिकैत पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं. उनका कहना है कि पानी रोकने का सरकार का फैसला गलत था. उनका कहना है कि सभी पाकिस्तानी दोषी नहीं हैं. केवल कुछ लोगों ने ही यह (आतंकवादी हमला) किया है.'
चाहर ने आगे कहा, 'मैं उनकी टिप्पणियों की कड़ी निंदा करता हूं. उन्हें ऐसी टिप्पणियां करने में शर्म आनी चाहिए. उन्होंने भारत के खिलाफ बोला है. उन्हें देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.' बीजेपी नेता ने कहा कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े फैसले लिए हैं जिसमें पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करना भी शामिल है. चाहर का कहना था कि आने वाले दिनों में और प्रभावी फैसले लिए जाएंगे.
इस बीच बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी पहलगाम के बाद सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि जांच एजेंसियों को उन लोगों को पकड़ना चाहिए जो इस घटना से फायदा उठा रहे हैं. उन्होंने पूछा, 'क्या कश्मीर के लोग जो पर्यटन और फलों-सब्जियों की बिक्री पर निर्भर हैं, वहां ऐसी घटना को अंजाम देकर समृद्ध होंगे?' किसान नेता ने कहा कि उन लोगों को पकड़ा जाए जिन्हें इस आतंकवादी हमले से फायदा पहुंच रहा है नहीं तो इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी.'
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